अब परिवार नियोजन के प्रति पुरुषों को जागरूक करने की तैयारी

अब परिवार नियोजन के प्रति पुरुषों को जागरूक करने की तैयारी

- मिशन परिवार विकास अभियान के तहत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का होगा आयोजन

- राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, परिवार नियोजन ने पत्र जारी कर दिए निर्देश 

केटी न्यूज/आरा। जनसंख्या स्थिरीकरण एवं बेहतर प्रजनन स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर कदम उठाये जा रहे हैं। इसी क्रम में मिशन परिवार विकास अभियान के अंतर्गत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन जिले में किया जायेगा। इस संबंध में राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, परिवार नियोजन डॉ. मोहम्मद सज्जाद ने सिविल सर्जन को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश जारी किये हैं। जारी पत्र में निर्देशित है कि “दंपत्ति संपर्क सप्ताह” एवं “परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा” का भी आयोजन किया जायेगा।

पुरुष नसबंदी है सरल एवं सुरक्षित :

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. केएन सिन्हा बताते हैं कि पुरुष नसबंदी महिला नसबंदी की तुलना में काफी आसान और सुरक्षित प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया बिना चीरा एवं टांके के मात्र आधे घंटे से कम समय में ही हो जाती है। उसके बाद लाभार्थी आराम से घर जा सकते हैं। विभाग की तरफ से जिले के सभी सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों पर पुरुष नसबंदी की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है। चूंकि एक महिला पर घर और बच्चों की ज़िम्मेदारी भी होती है। इसलिए नसबंदी कराने के बाद आवश्यक शारीरिक आराम उसे मिल पाने की संभावनाएं कम होती हैं। इसलिए पुरुषों की ये नैतिक ज़िम्मेदारी भी है कि वह आगे बढ़ कर नसबंदी को अपनाएं।

लाभार्थी एवं प्रेरक दोनों को प्रोत्साहन राशि : 

डॉ. सिन्हा ने बताया कि जिला में पुरुष नसबंदी  की स्थिति में सुधार लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग काफी प्रयास कर रहा है। यहां यहा तक कि  महिलाओं की तुलना में पुरुषों को नसबंदी कराने  के लिए दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को भी ज्यादा रखा गया है। नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपये एवं प्रेरक को प्रति लाभार्थी 300 रुपये दिया जाता है। जबकि महिला नसबंदी के लिए लाभार्थी को 2000 रुपये एवं प्रेरक को प्रति लाभार्थी 300 रुपये दिया जाता है।

दंपत्ति सपर्क सप्ताह का भी होगा आयोजन:  

जारी पत्र में बताया गया है कि जिले में 14 नवंबर से 20 नवंबर तक “दंपत्ति संपर्क सप्ताह” का भी आयोजन किया जाएगा। परिवार नियोजन के साधनों के इस्तेमाल की ज़िम्मेदारी 15 से 49 साल तक की योग्य दंपतियों के कंधे पर ही होती है। इसके लिए जिले में योग्य दंपतियों की सूची तैयार की जाएगी। जिला स्तरीय पदाधिकारी के नेतृत्व में योग्य दंपतियों की सूची के अनुसार आशा एवं एएनएम गृह भ्रमण कर परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जानकारी देंगी एवं कंडोम के साथ गर्भनिरोधक गोली भी वितरित करेंगी। इसके अलावा योग्य दंपतियों द्वारा चयनित परिवार नियोजन उपाय जैसे कॉपर टी, अंतरा इंजेक्शन, महिला एवं पुरुष नसबंदी की सुविधा स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध कराने की लिए लाभार्थियों का पंजीकरण भी किया जाएगा।