राजस्व महाअभियान में खुलियाम लापरवाही, डोर टू डोर वितरण के बजाय मंदिर में बंट रहा पंजी
प्रखंड में चल रहे राजस्व महाअभियान को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जहां विभागीय स्तर पर स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि अभियान में लगे सभी कर्मी डोर टू डोर जाकर प्रत्येक रैयत को पंजी का वितरण करें, लेकिन हकीकत बिल्कुल अलग है। मामला प्रखंड के नया बाजार स्थित मां भवानी मंदिर का है, जहां बुधवार को राजस्व अभियान में लगे कर्मी खुद घर-घर जाने के बजाय मंदिर में बैठक कर लोगों को बुलाकर पंजी का वितरण कर रहे हैं।

केटी न्यूज/केसठ
प्रखंड में चल रहे राजस्व महाअभियान को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जहां विभागीय स्तर पर स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि अभियान में लगे सभी कर्मी डोर टू डोर जाकर प्रत्येक रैयत को पंजी का वितरण करें, लेकिन हकीकत बिल्कुल अलग है। मामला प्रखंड के नया बाजार स्थित मां भवानी मंदिर का है, जहां बुधवार को राजस्व अभियान में लगे कर्मी खुद घर-घर जाने के बजाय मंदिर में बैठक कर लोगों को बुलाकर पंजी का वितरण कर रहे हैं।
इस लापरवाही से ग्रामीणों के बीच आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि किसी रैयत को सूचना नहीं मिली कि मंदिर में पंजी वितरण हो रहा है, तो उसका पंजी छूट जाएगा। ऐसे में सरकारी योजना का लाभ सभी तक नहीं पहुंच पाएगा। जबकि जिलाधिकारी ने साफ निर्देश जारी किया है कि किसी भी हाल में डोर टू डोर जाकर ही पंजी का वितरण किया जाए, ताकि एक भी रैयत वंचित न रहे।ग्रामीणों ने बताया कि उनका घर बाजार से काफी दूर है।
ऐसे में उन्हें छोटे-छोटे कामों के लिए भी सरकारी दफ्तर का चक्कर काटना पड़ता है। अब जब महाअभियान शुरू हुआ है तो कर्मियों की लापरवाही के कारण फिर से आमजन परेशान होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि यह अभियान जनता की सुविधा के लिए है, न कि उन्हें और अधिक परेशान करने के लिए।ग्रामीणों ने विभाग से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि कर्मियों को तत्काल निर्देशित किया जाए कि वे गांव-गांव, घर-घर जाकर पंजी का वितरण करें।
यदि डोर टू डोर वितरण नहीं हुआ तो महाअभियान का उद्देश्य ही विफल हो जाएगा और इसका सीधा खामियाजा आम रैयत को भुगतना पड़ेगा।विदित हो को प्रखंड 8 हजार 929 रैयत है जिसमें से 2 हजार 155 रैयतों का जमाबंदी पंजी वितरण किया जा चुका है।