केसठ पश्चिमी बधार में शुरू हुई धान की कटाई, खेतों में गूंजने लगी हार्वेस्टर की आवाज़, फसल बटोरने में जुटे किसान

प्रखंड के पश्चिमी बधार क्षेत्र में सोमवार से धान की कटाई का कार्य जोर-शोर से शुरू हो गया है। खेतों में सुनहरी बालियों से लहराते धान अब कटने लगे हैं। किसान सुबह से ही खेतों में जुटकर अपनी मेहनत की फसल को बटोरने में लगे हुए हैं। कहीं कहीं हार्वेस्टर मशीनों की आवाज गूंज रही है तो कई जगहों पर किसान परंपरागत तरीके से हंसिया से भी कटाई कर रहे हैं। बीते कुछ दिनों पहले हुई लगातार बारिश के कारण कई किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा था।

केसठ पश्चिमी बधार में शुरू हुई धान की कटाई, खेतों में गूंजने लगी हार्वेस्टर की आवाज़, फसल बटोरने में जुटे किसान

केटी न्यूज/केसठ। 

प्रखंड के पश्चिमी बधार क्षेत्र में सोमवार से धान की कटाई का कार्य जोर-शोर से शुरू हो गया है। खेतों में सुनहरी बालियों से लहराते धान अब कटने लगे हैं। किसान सुबह से ही खेतों में जुटकर अपनी मेहनत की फसल को बटोरने में लगे हुए हैं। कहीं कहीं हार्वेस्टर मशीनों की आवाज गूंज रही है तो कई जगहों पर किसान परंपरागत तरीके से हंसिया से भी कटाई कर रहे हैं। बीते कुछ दिनों पहले हुई लगातार बारिश के कारण कई किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा था।

खेतों में पानी भर जाने से कुछ इलाकों में धान की बालियां झुक गई थीं, जिससे उत्पादन को लेकर किसान चिंतित थे। हालांकि अब मौसम खुलने के बाद किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। स्थानीय किसान बताते हैं कि नुकसान के बावजूद इस बार पैदावार बेहतर हुई है।

किसान बबन यादव, अनु सिंह,रामप्रवेश राम ने बताया कि बारिश से थोड़ी बहुत क्षति जरूर हुई, लेकिन कुल मिलाकर उपज ठीक ठाक है। मेहनत रंग लाई है, अब हम अनाज को सुरक्षित घर पहुंचाने में जुटे हैं। वहीं एक अन्य किसान संतोष आर्य  ने कहा कि हार्वेस्टर से काम जल्दी हो जाता है, पर कई किसान परंपरा निभाते हुए अब भी हाथ से कटाई करना पसंद करते हैं।

धान की कटाई के साथ ही अब बधार क्षेत्र के खेतों में नई रौनक दिखाई देने लगी है। हर ओर हलचल है, महिलाएं पूवाल बटोरने में जुटी हैं और बच्चे भी खेतों में दौड़ते नज़र आ रहे हैं।