दुर्गापूजा में शांति-सौहार्द प्राथमिकता, प्रशासन ने कसी कमर

दुर्गापूजा को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर नया भोजपुर थाना परिसर में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रशासनिक पदाधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों तक ने अपनी-अपनी राय रखी और पर्व को सफल बनाने का संकल्प लिया।

दुर्गापूजा में शांति-सौहार्द प्राथमिकता, प्रशासन ने कसी कमर

-- नया भोजपुर थाने में आयोजित हुआ शांति समिति की बैठक, दिया गया आवश्यक निर्देश

केटी न्यूज/डुमरांव

दुर्गापूजा को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर नया भोजपुर थाना परिसर में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रशासनिक पदाधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों तक ने अपनी-अपनी राय रखी और पर्व को सफल बनाने का संकल्प लिया।

बैठक की अध्यक्षता प्रभारी सीओ कुमार दिनेश, अंचल निरीक्षक श्रीनाथ कुमार और थानाध्यक्ष चंदन कुमार ने संयुक्त रूप से की। थानाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि सभी पूजा समितियों के कागजातों की गहन जांच की गई है और केवल वैध दस्तावेज़ वाले समितियों को ही लाइसेंस प्रदान किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि पंडालों में डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा और परंपरागत ढोल-नगाड़े व सांस्कृतिक कार्यक्रमों को ही बढ़ावा मिलेगा।

सीओ कुमार दिनेश ने लोगों से अपील की कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और समस्या दिखते ही तुरंत प्रशासन को सूचित करें। वहीं अंचल निरीक्षक ने कहा कि सुरक्षा को लेकर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा और जुलूस केवल निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार ही निकाले जाएंगे।

बैठक में स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी सहयोग का भरोसा दिया। पूर्व सरपंच प्रतिनिधि भरत चौधरी और मुखिया प्रतिनिधि राजू राय ने कहा कि पूजा समितियां नियमों का पालन करेंगी और सामाजिक सौहार्द बनाए रखेंगी। वहीं डॉ. सुनील कुशवाहा व बबन चौधरी ने पंडालों में स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं पर बल दिया। पार्षद प्रतिनिधि संतोष कुशवाहा ने बिजली और प्रकाश व्यवस्था को लेकर विशेष ध्यान देने का अनुरोध किया।

थानाध्यक्ष ने यह भी निर्देश दिया कि पंडालों में पुरुषों और महिलाओं के प्रवेश व निकास की अलग-अलग व्यवस्था सुनिश्चित हो और समिति के वॉलंटियर्स सक्रिय रहें। अंत में सभी उपस्थित लोगों ने एकमत होकर कहा कि दुर्गापूजा महापर्व को शांति और उल्लास के साथ संपन्न कराना सबकी साझा जिम्मेदारी है।  बैठक में शांति समिति व पूजा समितियों के सदस्य के अलावे कई अन्य गणमान्य मौजूद थे।