डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय छात्रावास में लक्ष्य के अनुरूप कराए छात्रों का नामांकन - डीएम

प्रखंड के रामपुर स्थित डॉ. भीम राव अम्बेदकर आवासीय विद्यालय का गुरूवार को जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि भवन को दो भाग में बनाया गया है।

डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय छात्रावास में लक्ष्य के अनुरूप कराए छात्रों का नामांकन - डीएम

- डीएम ने किया रामपुर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय का निरीक्षण, दिए कई आवश्यक निर्देश

केटी न्यूज/केसठ 

प्रखंड के रामपुर स्थित डॉ. भीम राव अम्बेदकर आवासीय विद्यालय का गुरूवार को जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि भवन को दो भाग में बनाया गया है।

दोनों भागों की कुल क्षमता 720 छात्रों की है। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि उक्त विद्यालय में मात्र 308 छात्र नामांकित है। छात्रों का विद्यालय में लक्ष्य के अनुरूप नामांकन नहीं होने के संबंध में जब डीएम ने पूछा तो जिला कल्याण पदाधिकारी संतोषजनक जबाव नहीं दे सकें। डीएम ने इस पर नाराजगी जताई तथा इस संबंध में जिला कल्याण पदाधिकारी को निर्देशित किया कि विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए लक्ष्य के अनुरूप छात्रों का नामांकन कराना सुनिश्चित करेंगे। 

निरीक्षण के क्रम में बताया गया कि दशम वर्ग के नामांकित कुल 14 छात्र इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा दे चुके है। विद्यालय में कुल 22 शिक्षक, आउटसोर्सिंग के माध्यम से विद्यालय में सुरक्षा के लिए तीन गार्ड, दो कार्यालय परिचारी एवं जीविका के माध्यम से 12 रसोईया एवं 12 सफाईकर्मी कार्यरत है। इसी क्रम में उन्होंने विद्यालय के कार्यालय, पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष का निरीक्षण किया गया। तत्पश्चात जीविका द्वारा संचालित भोजनालय की जांच की गई।

निरीक्षण के क्रम में छात्रों को उपलब्ध कराये जा रहे भोजन की जांच के क्रम में मेन्यू के अनुसार भोजन बना हुआ पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा स्वयं भोजन चखकर भोजन की गुणवत्ता की जांच किया गया। प्रभारी प्रधानाध्यापक और छात्रावास अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि छात्रों को उपलब्ध कराये जाने वाले भोजन को प्रतिदिन जांच करते हुए स्वयं चख कर छात्रों को भोजन उपलब्ध करेंगे।

प्रभारी प्रधानाध्यापक, प्रखंड परियोजना प्रबंधक, जीविका को निर्देशित किया गया कि यदि छात्रों को उपलब्ध कराये जा रहे भोजन से स्वास्थ्य खराब होने या फूड प्वाइजनिंग की शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधितों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जीविका के पर्यवेक्षक को निर्देशित किया गया कि सभी खाद्य सामग्री यथा अंडा, पनीर, दुध, सब्जी, मांस एवं मछली आदि अच्छी गुणवत्ता एवं फ्रेश सामग्री उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

उन्होंने खाद्य सामग्री भंडार तथा साफ-सफाई का निरीक्षण के क्रम में पायी गयी त्रुटियों को निराकरण करने हेतु निर्देश दिया गया।जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रत्येक शनिवार को विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं हेतु करियर काउंसलिंग के माध्यम से छात्रों को प्रोत्साहित किया जाता है। छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षा के संबंध में सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।

इस संबंध में छात्रों से भी पृच्छा की गई। छात्रों को मैट्रिक, इण्टरमीडिएट परीक्षाओं में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने तथा प्रतियोगिता परीक्षाओं में उर्तीण होने के संबंध में पूछने पर प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गयी। निर्देशित किया गया कि गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई के साथ छात्रो की पढ़ाई का स्तर उच्च गुणवत्ता के साथ प्रोत्साहित करते हुए नियमित रूप से संचालन कराना सुनिश्चित करेंगे।

ताकि प्रतियोगिता परीक्षा में अत्यधिक संख्या में छात्र बेहतर अंक के साथ रैंक भी हासिल कर सके। जिला कल्याण पदाधिकारी नियमित रूप से इसका अनुश्रवण करेंगे, ताकि सभी छात्र इससे लाभान्वित हो सके। उन्होंने जिला कल्याण पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक पखवाड़ा स्वयं भी भौतिक रूप से विद्यालय का निरीक्षण करते हुए एवं छात्रों को उपलब्ध कराये जा रहे

भोजन को स्वयं भोजन ग्रहण कर गुणवत्ता की जांच करेंगे।निरीक्षण के क्रम में जिला कल्याण पदाधिकारी बक्सर, प्रखंड परियोजना प्रबंधक जीविका, प्रधानाध्यापक उपस्थित थे।