कचरा जहां, तहां फेके जाने को लेकर लोगों में आक्रोश
कचरे का निस्तारण करना नगर परिषद के लिए शिरदर्द बनता जा रहा है। शुक्रवार को इसका नजारा देखने को मिला। शहर का कचरा उठाकर फेंकने गए ट्रैक्टर और ठेले वालों को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया। सभी लोग वहां से जानबचाकर भाग खड़े हुए।
- शहर का कचरा उठाकर फेंकने गए एनजीओ के वाहन को ग्रामीणों ने खदेड़ा
केटी न्यूज/डुमरांव
कचरे का निस्तारण करना नगर परिषद के लिए शिरदर्द बनता जा रहा है। शुक्रवार को इसका नजारा देखने को मिला। शहर का कचरा उठाकर फेंकने गए ट्रैक्टर और ठेले वालों को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया। सभी लोग वहां से जानबचाकर भाग खड़े हुए। फिर उस कचरे को जहां कोई बोलने वाला नहीं है
उस स्थान पर डम्फ किया गया। बाता दें की शहर का कचरा उठाकर काव नदी के किनारे, नयाभोजपुर-डमरी रोड, डुमरांव राजवाहा के किनारे, सिकरौल-डुमरांव राजवाहा के कटिंग चाट में गिराकर उसे भर दिया गया है। अनुमंडल अस्पताल और अनुमंडल कार्यालय रास्ते में भी कचरा का डम्फ किया गया है। काली मां के पीछे वाले रास्ते में भी कचरा डम्फ किया गया है,
जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। इन परेशानियों को दूर करने का प्रयास नहीं किया गया है। कचरा डम्फ करने के लिए सरकारी जमीन की खोज नहीं की गई है। पूर्व एसडीओ पंकज कुमार ने इस पर संज्ञान लिया था। शहर में जमीन के लिए सीओ से बात की गई थी, लेकिन शहर मे जमीन नहीं मिलने पर उन्होंने टूड़ीगंज के पास सरकारी जमीन को देखा था।
फिर उनके स्थानांतरण के बाद बात आगे नहीं बढ़ पायी है। अब देखना है कि इसके निदान के लिए कोई स्थल का चयन किया जाता है कि इसी तराह भागदौड़ होती रहेगी। लोगों के आक्रोश को देखते हुए एनजीओ के मजदूर अपना हाथ खड़े करने लगे हैं।
आगे इनकी क्या रणनीति होती है, सबकी नजर टीकी हुई है। जिस तरह से कूड़े फेंकने का विरोध होने लगा है, आने वाला समय काफी कठिनाई खड़ा करेगा।