उचक्कई के मामले में चार घंटे तक परेशान रही पुलिस, पीड़िता ही निकली साजिशकर्ता
- पुराना भोजपुर के इंडियन बैंक का मामला, डीएसपी के अनुसंधान में चार घंटे में हुआ उद्भेदन
केटी न्यूज/डुमरांव
बुधवार को पुराना भोजपुर स्थित इंडियन बैंक में उचक्कई के एक मामले को लेकर पुलिस चार घंटे तक परेशान रही। बाद में जब 54 हजार रूपए की उचक्कई का आरोप लगाने वाले बाप बेटी के सामने पुलिस ने आरोपित युवक को ला खड़ा किया तो उसके होश उड़ गए तथा पीड़िता ने अपना बयान बदल दिया। जिसके बाद पुलिस ने उसे दुबारा ऐसी गलती नहीं करने की हिदायत दे छोड़ा।
जानकारी के अनुसार बुधवार की दोपहर मझवारी के मिल्की डेरा निवासी सुमेश्वर यादव अपनी बेटी अनु के साथ इंडियन बैंक से एक लाख रूपए की निकासी किए। इसके कुछ देर बाद ही लड़की ने उसमें से 54 हजार रूपए गायब होने का आरोप लगा दी। जिसकी जांच करने पहुंची पुलिस ने जब पड़ताल शुरू की तथा बैंक के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो एक युवक दिखाई पड़ा। जिसकी शिनाख्त नावाडेरा के युवक के रूप में हुई। तब पीड़िता ने डीएसपी के सामने बताया था
कि वह चार हजार रूपए का चेंज देने के बहाने मेरे 54 हजार रूपए लेकर भाग गया। हालांकि बाद में जब पुलिस ने उस युवक को पकड़ नया भोजपुरी ओपी लाया तथा पीड़ित सुमेश्वर यादव व उसकी लड़की अनु को उसके सामने किया तो वह अपने बयान से मुकर गई और बताई कि वह खुद टेम्पो से घर जा 54 हजार रूपया रख आई है। उसके पूरे पैसे मौजूद है। युवती के इस पलटवार के बाद आरोपित युवक के जान में जान आई। हालांकि बाद में पुलिस ने उसे समझा बुझाकर छोड़ दिया।
जबकि आरोपित किए गए युवक को भी घर भेज दिया गया। इस घटना के बाद कई सवाल खड़े हो रहे है। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि बैंक में डीएसपी के सामने रूपए गायब होने की बात कहने वाली युवती आखिर कैसे अपना बयान बदल दी तथा पुलिस ने उस पर फाल्स आरोप लगाने के जुर्म में एफआईआर दर्ज क्यों नहीं करवाया। इस घटना को ले कई तरह की चर्चांए हो रही है।
क्या कहते है डीएसपी
युवती रूपए गायब होने का अफवाह उड़ाई थी। वह अपने पिता के पैसे का हेरफेर करना चाहती थी। जिस युवक पर रूपया लेकर भागने का आरोप लगा था उसे पकड़ युवती के सामने किया गया तो वह अपने बयान से मुकर गई। उसे फटकार लगा छोड़ा गया। - अफाक अख्तर अंसारी, डीएसपी, डुमरांव