संत जोसफ गर्ल्स हाई स्कूल में सातवी व आठवी की कक्षाएं स्थगित होने पर नियति पर उठ रहा सवाल
पुराना भोजपुर के संत जोसफ गर्ल्स हाई स्कूल की मान्यता स्थगित होने के बाद से विद्यालय प्रबंधन द्वारा नये सत्र में अबतक कक्षाओं का संचालन शुरू नहीं करने पर अभिभावकों ने विद्यालय प्रबंधन की नियति पर सवाल उठाए है।

- बोले अभिभावक विद्यालय प्रबंधन की नियति में है खोट, मान्यता स्थगित होने के बहाने हिन्दी मीडियम की पढ़ाई बंद कराना चाहता है प्रबंधन
केटी न्यूज/डुमरांव
पुराना भोजपुर के संत जोसफ गर्ल्स हाई स्कूल की मान्यता स्थगित होने के बाद से विद्यालय प्रबंधन द्वारा नये सत्र में अबतक कक्षाओं का संचालन शुरू नहीं करने पर अभिभावकों ने विद्यालय प्रबंधन की नियति पर सवाल उठाए है।
अभिभावकों ने कहा कि यदि विद्यालय प्रबंधन के तर्क को मान भी ले तो आखिर किस वजह से सातवी व आठवी कक्षा की पढ़ाई बंद की गई है, जबकि इस विद्यालय में बड़ी संख्या में बच्चियां सातवी व आठवी कक्षा में नामांकित है। अभिभावक राजू यादव का कहना है कि स्कूल प्रबंधन की नियत में खोट के कारण बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से मान्यता स्थगित होने का हवाला देकर कक्षा 7 और 8 की पढ़ाई बंद कर दी गई है,
जिससे 350 छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। अभिभावक श्रीनिवास सिंह, विनय सिंह, मीना देवी और अन्य ने बताया कि कक्षा 7 और 8 की पढ़ाई के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से किसी मान्यता की आवश्यकता नहीं थी, बावजूद स्कूल प्रबंधन ने पढ़ाई बंद कर दी और स्कूल को इंग्लिश मीडियम के रूप में संचालित करना शुरू कर दिया। अभिभावकों ने इसे प्रबंधन की मनमानी करार देते हुए आरोप लगाया कि हिंदी मीडियम के शिक्षकों को भी नौकरी से हटाकर अन्याय किया गया है।
वहीं, अभिभावक पुतुल वर्मा शीला देवी, आशा देवी ने कहा कि यदि सिर्फ मान्यता स्थगित होने तक बात रहती तो विद्यालय प्रबंधन द्वारा वर्ग सात व आठ की कक्षाओं की पढ़ाई नहीं रोकी जाती। विद्यालय प्रबंधन के इस फैसले से यह साफ हो गया है कि विद्यालय प्रबंधन मान्यता स्थगित होने का हवाला दे सिर्फ अभिभावकों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है तथा छात्राओं के भविष्य से उसे कोई लेना देना नहीं है।
अभिभावकों ने साफ कहा कि विद्यालय प्रबंधन की इस मनमानी व अड़ियल रवैये के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। अभिभावकों ने इसकी तैयारी शुरू भी कर दी है तथा 22 अपै्रल को होने वाले शिक्षक अभिभावक गोष्ठी में यदि विद्यालय प्रबंधन द्वारा कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया जाता है तो अभिभावक आंदोलन का शंखनाद करेंगे।
इस संदर्भ में फादर विजय भास्कर का कहना है कि विद्यालय प्रबंधन का शिक्षा हेड से अनुमति मिलने के बाद ही विद्यालय संचालक संभव है। इसके लिए प्रयास किया जाएगा।