धावा दल ने गोलंबर के पास से बाल श्रमिक को कराया मुक्त
जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल के निर्देश पर मंगलवार को श्रम संसाधन विभाग द्वारा धावा दल का गठन कर बक्सर जिला अंतर्गत विभिन्न प्रतिष्ठानों की जांच किया गया।
- कार्रवाई से बाल श्रम कराने वाले दुकानदारों में मचा, डीएम के निर्देश पर गठित हुआ है धावा दल
केटी न्यूूज/बक्सर
जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल के निर्देश पर मंगलवार को श्रम संसाधन विभाग द्वारा धावा दल का गठन कर बक्सर जिला अंतर्गत विभिन्न प्रतिष्ठानों की जांच किया गया।
श्रम परिवर्तन पदाधिकारी बक्सर, इटाढ़ी, राजपुर एवं चौसा के संयुक्त धावा दल द्वारा बक्सर प्रखंड के गोलंबर स्थित प्रतिष्ठान बालाजी स्वीट्स से एक बाल श्रमिक को मुक्त कराया गया। जिसे बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थापित कर बाल गृह बक्सर में भेज दिया गया है। धावा दल में पुलिस बल, एनजीओ के सदस्य एवं जिला प्रशासन के सदस्य सम्मिलित थे।
धावा दल की इस कार्रवाई से बाल श्रमिकों से मजदूरी कराने वाले मिठाई व अन्य तरह के दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। कई दुकानदार तो छापेमारी होता देख अपना शटर बंद कर दिए। गौरतलब हो कि जिले के नाश्ता पानी के दुकानों सहित कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में बड़े पैमाने में बाल श्रमिकों से काम कराया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि बाल श्रमिक कम मजदूरी पर मिल जाते है। जिस कारण व्यवसायी बाल श्रमिकों से धड़ल्ले से मजदूरी करा श्रम कानूनों का उल्लंघन करते है।