राजपुर ट्रिपल मर्डर: अंचलाधिकारी के कार्य शैली की जांच की उठने लगी मांग

देश की स्वतंत्रता का पहला महासंग्राम-1857 की पृष्टभूमि पहले से तैयार हो रही थी। तत्कालीक कारण चर्बी लगा कारतूस था। उसी तरह से राजपुर प्रखंड में हुए निर्मम हत्याकांड के पीछे पहले से तैयारी चल रही थी। तत्कालीक कारण सरकारी जमीन को पर कब्जा था। सरकारी कार्य प्रणाली से त्रस्त राजपुर प्रखंड की जनता का कहना है कि तत्कालीन थानाध्यक्ष संतोष कुमार व सीओ डाॅ. शोभा कुमारी के कार्य शैली की विधिवत जांच करायी जाए। इन लोगों ने सभी सरकारी नियमों को ताख पर रखकर कार्य किया है।

राजपुर ट्रिपल मर्डर: अंचलाधिकारी के कार्य शैली की जांच की उठने लगी मांग
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केटी न्यूज/ बक्सर।

देश की स्वतंत्रता का पहला महासंग्राम-1857 की पृष्टभूमि पहले से तैयार हो रही थी। तत्कालीक कारण चर्बी लगा कारतूस था। उसी तरह से राजपुर प्रखंड में हुए निर्मम हत्याकांड के पीछे पहले से तैयारी चल रही थी। तत्कालीक कारण सरकारी जमीन को पर कब्जा था। सरकारी कार्य प्रणाली से त्रस्त राजपुर प्रखंड की जनता का कहना है कि तत्कालीन थानाध्यक्ष संतोष कुमार व सीओ डाॅ. शोभा कुमारी के कार्य शैली की विधिवत जांच करायी जाए। इन लोगों ने सभी सरकारी नियमों को ताख पर रखकर कार्य किया है।

जो भी धन और बाहूबल से मजबूत था। उसकी तरफदारी की थी। ग्रामीणों का कहना है कि जिला व राज्य स्तर के अधिकारी सिर्फ हर शनिवार को राजपुर थाना में लगे जनता दरबार में पीड़ितों के आए हुए आवेदन की जांच कर लें। पीड़ितों को न्याय नहीं दिया गया। बल्कि चढ़ावा का खेल चला। गरीब पीड़ितों को थाने में डरा-धमकाया गया। सीओ ने मनमर्जी से आदेश पारित किया। जांच में कई ऐसे मामले सामने आयेंगे। जो पीड़ित थाना व अंचलाधिकारी के लिए अपनी जमीन बचाने के लिए गुहार लगाया गया है। प्रशासन ने सहयोग नहीं मिलने पर उसने मजबूरीवश बाहुबलियों को औने-पौने दाम में अपनी खानदानी जमीन बेच दी। 

सीओ से है परिवारिक संबंध: ग्रामीण सूत्रों का कहना है कि वर्तमान सीओ डाॅ. शोभा कुमारी का संतोष यादव व मनोज यादव से करीब रिश्तेदारी है।  प्रशासन के अधिकारियों के सह मिलने के कारण किसी को बोलने की हिम्म्मत नहीं होती थी। इस परिदृश्य में अहियापुर में गोलीकांड हुआ। जिसमें तीन लोगों की हत्या कर दी गई। यह संयोग था कि खून-खराब तीन पर ही रूका। जिस हिसाब से गोलियां चल रही थी संख्या में इजाफा होना कोई आश्चर्य की बात नहीं थी।