खुलासा, आपसी विवाद में दोस्तों ने की थी डुमरांव के विकास की हत्या, एक गिरफ्तार, सात की तलाश जारी
डुमरांव के लालगंज कड़वी निवासी स्व. प्रेमचंद राय व संतरा देवी के 17 वर्षीय पुत्र विकास कुमार उर्फ अरविंद कुमार हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। उसकी हत्या कुल आठ दोस्तों ने ही आपसी विवाद में कर दी थी। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है, अन्य सात की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने रविवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर इसकी जानकारी दी।

- डुमरांव एसडीपीओ ने प्रेस वार्ता आयोजित कर दी जानकारी, गिरोह बना तस्करों से शराब लूटते थे मृतक व आरोपित
- कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के टुड़ीगंज स्टेशन के समीप एक बागीचे में मिला था विकास का शव, वैज्ञानिक अनुसंधान में पुलिस को मिली सफलता
केटी न्यूज/बक्सर
डुमरांव के लालगंज कड़वी निवासी स्व. प्रेमचंद राय व संतरा देवी के 17 वर्षीय पुत्र विकास कुमार उर्फ अरविंद कुमार हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। उसकी हत्या कुल आठ दोस्तों ने ही आपसी विवाद में कर दी थी। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है, अन्य सात की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने रविवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर इसकी जानकारी दी।
गिरफ्तार अभियुक्त मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गुरूदास मठिया गांव निवासी पवन पांडेय पिता चंदन पांडेय का अपराधिक इतिहास भी रहा है तथा उस पर पूर्व में भी हत्या का प्रयास, आर्म्स ऐक्ट जैसे संगीन मामलों में कई एफआईआर दर्ज है। वहीं, अन्य आरोपितों में अंकित राय, अनुराग कुमार, मयंक, रोहित, आकाश, अंकित यादव और पियूष कुमार शामिल है, जिनका अपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। एसडीपीओ ने बताया कि जल्दी ही अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा
गिरोह बना तस्करों से शराब लूटते थे मृतक व आरोपित
एसडीपीओ ने बताया कि मृतक विकास तथा उसकी हत्या में शामिल अभियुक्त एक गिरोह बना यूपी से टेªन के सहारे शराब की खेप लेकर आने वाले तस्करों से शराब लूट लेते थे तथा उस शराब को बेच मोटी रकम कमाते थे। इस दौरान एक तस्कर से शराब की बड़ी खेप की लूट के बाद उसे बेच जो पैसा मिला उसके बंटवारे को लेकर विकास व मयंक के बीच विवाद हो गया था, इसी विवाद में सुनियोजित तरीके से उसकी हत्या की गई है।
पार्टी के बहाने नया भोजपुर में बुला हत्या कर फेंक दिया शव
आरोपितों ने बड़ी चालाकी से पार्टी करने के बहाने विकास को 14 अक्टूबर 2024 को उसके घर से नया भोजपुर बुलाया, जहां पार्टी में छककर खिलाने पिलाने के बाद सभी ने मिलकर गला दबा उसकी हत्या कर दी तथा शव को टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन के समीप एक सुनसान बागीचे में फेंक दिया था। इस हत्याकांड में शामिल सभी अपराधी काफी शातिर है तथा पुलिस से बचने के लिए वे पहले ही अपने मोबाईल को अपने घर छोड़ दिए थे,
ताकी पुलिस लोकेशन टैूक या टॉवर डंप के माध्यम से उनतक न पहुंच जाए। 15 अक्टूबर की शाम कृष्णाब्रह्म पुलिस ने स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुच शव को कब्जे में लिया। कुछ घंटो के प्रयास के बाद उसकी शिनाख्त डुमरांव के लालगंज कड़वी निवासी स्व. प्रेमचंद राय के पुत्र विकास उर्फ अरविंद के रूप में हुई। इस मामले में उसकी मां संतरा देवी ने उसके एक अन्य साथी डुमरांव के ही खिरौली निवासी बली राय के पुत्र विकास कुमार पर एफआईआर दर्ज कराई थी,
लेकिन पुलिस ने जब वैज्ञानिक तरीके से इस मामले की जांच की तो सच्चाई परत दर परत खुलती चली गई तथा पुलिस के हाथ असली हत्यारों के गिरेबां तक पहुंच गया। एसडीपीओ ने बताया कि जल्दी ही इस मामले में शामिल अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है।
एक गिरफ्तारी से खुल गया ब्लाइंड मर्डर का राज
कृष्णाब्रह्म पुलिस के लिए विकास की हत्या एक पहेली बन गई थी। इस हत्याकांड का सुराग तलाशने में पुलिस को छह महीने का समय लग गया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह मामला काफी पेचिदा बन गया था तथा उसकी मां ने जिस लड़के को एफआईआर में नामजद की थी, उसके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला था। इधर दो दिन पूर्व मुफस्सिल थाने की पुलिस ने इस हत्याकांड में
गिरफ्तार पवन पांडेय के भाई अमन पांडेय को सोसल मीडिया पर देशी पिस्टल के साथ फोटो डालने के जुर्म में गिरफ्तार किया। अमन से पूछताछ तथा उसके पास से जब्त स्मार्ट फोन से ही विकास हत्याकांड का राज खुला तथा पुलिस को उसके भाई पवन समेत इस हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधियों के बारे में जानकारी मिली। अमन की गिरफ्तारी ही इस ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने में की प्वाइंट साबित हुई।