उमस भरी गर्मी से परेशान हैं स्कूली बच्चे, छुट्टी के बाद चिलचिलाती धूप का करना पड़ रहा सामना
- स्कूल में बच्चों की उपस्थिति भी हो रही कम
केटी न्यूज/डुमरांव
आद्रा नक्षत्र भी इस साल धोखा दे रहा है। इसके शुरू हुए छह दिन बीत गए, लेकिन आसमान से एक बूंद पानी नहीं गिरा। हालाकि तापमान में कमी जरूर आई है, लेकिन तल्ख धूप व उमस से राहत नहीं मिल पाया है। इधर स्कूल खुल जाने से बच्चों को स्कूल से लौटने में तीखी धूप का सामना करना पड़ रहा है। जिससे उनके बीमार होने की संभावना बढ़ गई है। गर्मी को देखते हुए अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं।
जो भेज रहे हैं बच्चे के बचाव के छाता भी साथ में दे रहे हैं। जो समर्थवान नहीं हैं अपने बच्चों के बचाव के लिए गमछा या कपड़ा सर ढंकने के लिए दे रहे हैं। जब छुट्टी होता है तो यह नजारा देखने को मिलता है।इस भीषण गर्मी को देखते हुए अभिभावक अभी स्कूल में छुट्टी करने की बात करने लगे हैं। उनका कहना है कि बच्चे जब स्वस्थ्य रहेंगे तभी पढ़ाई कर पाएंगे। इसलिए बच्चों को स्वस्थ्य रहना आवश्यक है।
तेज धूप में जब उन्हें छुट्टी के बाद घर जाना पड़ता है तब उनकी स्थिति दयनीय बन जाती है। बच्चे पढ़ाई में पीछे नहीं रह जाए, इसलिए अभिभावक मजबूर होकर स्कूल भेजते हैं। हालांकि उन्हें बच्चों को स्कूल से छूटने का इंतजार बेसब्री से रहता है। गरीब परिवार के बच्चे इस भीषण गर्मी का शिकार हो बीमार पड़ रहे हैं। गर्मी से लोगों की दिनचर्या तो बदल ही गई है, इसका व्यवसाय पर भी असर पड़ा है। दुकानदार दुकान पर बैठ दिनभर कस्टमर का इंतजार करते रहते हैं।