सील कोल्ड स्टोरेज में स्क्रैप का खेल, बंद फैक्ट्री में बिजली चोरी, अवैध नर्सिंग संस्थान का भंडाफोड़
बक्सर के औद्योगिक क्षेत्र में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) अविनाश कुमार ने गुप्त सूचना के आधार पर एक के बाद एक औचक छापेमारी कर अवैध गतिविधियों की परतें खोल दीं। एनएच-922 से लेकर औद्योगिक थाना क्षेत्र तक की गई इस कार्रवाई में सील किए गए कोल्ड स्टोरेज के भीतर चल रहा अवैध स्क्रैप कारोबार, वर्षों से बंद पड़ी इकाई में बिजली चोरी कर संचालित लकड़ी का व्यवसाय और एक संदिग्ध नर्सिंग इंस्टीट्यूट का गैरकानूनी संचालन सामने आया है।
-- एसडीओ की औचक छापेमारी से औद्योगिक क्षेत्र में मचा हड़कंप, कई पर गिरे कानून के शिकंजे
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर के औद्योगिक क्षेत्र में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) अविनाश कुमार ने गुप्त सूचना के आधार पर एक के बाद एक औचक छापेमारी कर अवैध गतिविधियों की परतें खोल दीं। एनएच-922 से लेकर औद्योगिक थाना क्षेत्र तक की गई इस कार्रवाई में सील किए गए कोल्ड स्टोरेज के भीतर चल रहा अवैध स्क्रैप कारोबार, वर्षों से बंद पड़ी इकाई में बिजली चोरी कर संचालित लकड़ी का व्यवसाय और एक संदिग्ध नर्सिंग इंस्टीट्यूट का गैरकानूनी संचालन सामने आया है।

-- सील के भीतर कारोबार, नियमों की खुली धज्जियां
एनएच-922 पर स्थित आशा कोल्ड स्टोरेज प्रशासन द्वारा पूर्व में सील किया गया है और कागजों में पूरी तरह बंद है। इसके बावजूद निरीक्षण के दौरान पाया गया कि परिसर के अंदर टीन स्क्रैप का अवैध धंधा धड़ल्ले से चल रहा था। मौके पर काम में जुटे कर्मियों से पूछताछ की गई, जिसमें संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका। यह मामला सील तोड़कर या नियमों को ताक पर रखकर कारोबार चलाने की गंभीर साजिश की ओर इशारा करता है।

-- बंद फैक्ट्री, चालू कारोबार, वह भी बिजली चोरी से
इसी मार्ग पर एक अन्य औद्योगिक इकाई, जो मनोज कुमार के नाम से दर्ज है और लंबे समय से बंद बताई जा रही थी, वहां बैद्यनाथ टिंबर के नाम से लकड़ी का व्यवसाय संचालित होने का खुलासा हुआ। छापेमारी में प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट हुआ कि इकाई में अवैध रूप से बिजली चोरी कर व्यावसायिक गतिविधियां चलाई जा रही थीं। यह न केवल राजस्व को नुकसान पहुंचाने का मामला है, बल्कि औद्योगिक नियमों की खुली अवहेलना भी है।

-- नर्सिंग इंस्टीट्यूट पर भी सवाल, दस्तावेज खंगाले जा रहे
औद्योगिक थाना क्षेत्र में स्थित आकाश नर्सिंग इंस्टीट्यूट की भी जांच की गई। छापेमारी के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर प्रथम दृष्टया यह संस्थान अवैध और गैरकानूनी तरीके से संचालित प्रतीत हो रहा है। संस्थान से जुड़े कागजात, मान्यता और संचालन से संबंधित दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है।

-- वीडियो-फोटो साक्ष्य सुरक्षित, कार्रवाई तय
प्रशासन ने छापेमारी का वीडियो फुटेज और स्टिल फोटो साक्ष्य के रूप में सुरक्षित कर लिए हैं। अधिकारियों के अनुसार, जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एसडीओ की इस कार्रवाई ने साफ संकेत दे दिया है कि औद्योगिक क्षेत्र में अवैध कारोबार, बिजली चोरी और फर्जी संस्थानों पर अब प्रशासन की पैनी नजर है और कानून से खेलने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
