चौसा में किसानों पर हुई पुलिसिया अत्याचार के खिलाफ निकाला गया मौन प्रतिरोध मार्च
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के ठीक एक दिन पूर्व संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले चौसा के किसानों द्वारा पुलिसिया जुल्म व अत्याचार के खिलाफ बक्सर में मौन प्रतिरोध मार्च निकाल आक्रोश जताया गया। न्याय की मांग को लेकर चिलचिलाती धूप में यह मार्च बक्सर स्टेशन से शुरू किया गया जो अम्बेडकर चौक, ज्योति चौक होते हुए वीर कुंवर सिंह चौक तक पहुंचा। इस प्रतिरोध मार्च में पुरुष व महिलाएं शामिल थी।
जहां सभी के द्वारा काला फीता लगाया था। आक्रोश मार्च में शामिल लोग तख्त पर कई तरह के आक्रोशित संदेश लिखे थे। किसानों द्वारा यह दर्शाया जा रहा था। बक्सर आ रहे पीएम यह देख ले आपके राज में किसान कितना खुशहाल है। किसानों द्वारा बताया गया की किसानों के हक मांगने पर सरकार की पुलिस द्वारा कितना अत्याचार किया गया। जहां घर मे बैठी बहन, बेटी, बहुएं व बुजुर्गों पर अपराधियों की तरह पिटाई कर पुलिसिया तांडव मचाया गया।
प्रतिरोध मार्च में शामिल आप नेता श्वेता पाठक ने कहा क्या किसानों द्वारा अपना हक मांगना गुनाह है इसके बदले घर मे घुसकर महिलाओं, बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए पुलिस द्वारा जुल्म किया गया। निहत्थे मा-बहनों को बेरहमी से पिटाई गयी। ये किस संविधान में लिखा हुआ है। किसानों के साथ ये सरकार बहुत गलत कार्य कर रही है। किसानों या आम आदमी को भी अपना हक मांगने का अधिकार है।
उसके लिए आवाज उठा सकता है। इस देश मे किसान का हक नही, केवल माल्या, ललित मोदी व मेहुल चौकसी को केवल हक है। ऐसी मनमानी नही चलेगी। चौसा थर्मल पॉवर जमीन अधिग्रहण में हुए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच हो ,चौसा कांड की न्यायिक जांच हो, जिला प्रशासन द्वारा चौसा में दर्दनाक पुलिसिया तांडव पर मोदी-नीतीश सरकार मौन क्यों? बक्सर आने पर मोदी जी हमें जवाब दो वरना बक्सर से तुम्हारा जमानत जब्त कर बक्सर का किसान अपना जवाब देंगे।
दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई तक जारी रहेगी लड़ाई
प्रतिरोध मार्च के समापन के बाद किसान नेता दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि चौसा कांड में शामिल सभी पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों पर प्राथमिक दर्ज कराते हुए गिरफ्तारी होने तक यह लड़ाई जारी रहेगी। बक्सर पहुंच रहे कल पीएम इस घटना की न्यायिक जांच की कल घोषणा नहीं करते हैं तो बक्सर के भाजपा प्रत्याशी को इस बार यहां के किसान ज़मानत जब्त करवा कर बदला लेंगे। किसान नेता अशोक सिंह ने कहा की चौसा जमीन अधिग्रहण में जिला प्रशासन और सत्ता के दलालों द्वारा की गई लूट को दबाने के लिए जिला प्रशासन ने
पांच पांच सौ जवानों के साथ हमला कर किसानों को रौंदा ताकि दहशत का ऐसा माहौल बने कि लोग अपना मुंह नहीं खोल सके। श्री सिंह ने यह भी कहा कि मोदी और नीतीश ने कार्रवाई की घोषणा नहीं की तो संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली की तरह बक्सर में लड़ाई का दूसरा केंद्र बनाएगी। मौन प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा के नेता चन्दन यादव, प्रतिमा यादव, जवाहर लाल निराला, रामायण सिंह, मनोज कुमार, अजय कुमार मिश्र, मनोज सिंह, रघुनाथ सिंह, मनीष यादव, तेतरी देवी, पूजा कुमारी आदि शामिल थी।