एक्शन में एसपी: 6 पिस्टल व 12 मैग्जिन के साथ संदीप यादव का गुर्गा सहित तीन गिरफ्तार, जमीन कारोबारियों में दहशत फैलाने के लिए मंगाई गयी थी आर्म्स
- एक बड़े गिरोह को हथियार की सप्लाई करते थे पकड़े गए सप्लायर, पहले से हैं हिस्ट्रीशीटर
- मुंगेर निर्मित है सभी पिस्टल, एसपी ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी
केटी न्यूज/बक्सर
डुमरांव को दहलाने की साजिश का पुलिस ने समय रहते पर्दाफाश कर लिया है। इस दौरान अंतरजिला गिरोह के तीन हथियार सप्लायर मुंगेर निर्मित 6 देशी पिस्टल व 12 मैग्जीन के साथ दबोचे गए है। उनके पास से पुलिस ने 4 मोबाईल, बैग व कपड़े बरामद किए है। रविवार को एसपी मनीष कुमार ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि पकड़े गए तीनों सप्लायरों का पूर्व से अपराधिक रिकार्ड रहा है। वही उनपर डुमरांव थाने में आर्म्स ऐक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है। एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि हथियार सप्लायर गिरोह का एक बड़ा गैंग मुंगेर से भारी मात्रा में पिस्टल व गोली लेकर आया है। एसपी ने बताया कि इस सूचना पर डुमरांव थानाध्यक्ष बिंदेश्वरी राम के नेतृत्व में एक टीम गठित किया गया। जिसमें डीआईयू प्रभारी राजेश मालाकार, डुमरांव थाने के एसआई अनिल कुमार, बक्सर तथा डुमरांव की डीआईयू टीम के साथ ही डुमरांव थाने के सशस्त्र बलों को शामिल किया गया। गुप्त सूचना के आधार पर इस टीम ने सबसे पहले डुमरांव थाना क्षेत्र के नेनुआ हाता गांव में छापेमारी कर दीपू राम पिता नंदलाल राम को पकड़ा।
दीपू राम ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि उसने मुंगेर से छह पिस्टल मंगवाया है तथा उसे डुमरांव के हरिजी के हाता निवासी अपने दोस्त बालेश्वर साह के घर बैग में छिपाकर रखा है। इसके बाद पुलिस ने बालेश्वर के घर छापेमारी कर मुंगेर निर्मित छह पिस्टल, 12 मैग्जीन बरामद किए। फिर दीपू ने अपने दो अन्य सहयोगियों औद्योगिक थाना क्षेत्र के दलसागर गांव निवासी स्व सुरेन्द्र यादव के पुत्र दिनेश कुमार तथा उत्तर प्रदेश के बलिया जिला के रसड़ा थाना क्षेत्र के प्रधानपुर गांव निवासी चंदन यादव उर्फ आशीष यादव उर्फ सोफिया को गिरफ्तार किया। उनके पास से पुलिस पिस्टल व मैग्जीन के अलावे चार मोबाईल, बैग तथा कपड़े भी बरामद किए है। हालांकि बाद में पूछताछ के बाद बालेश्वर साह को छोड़ दिया गया है। जबकि दीपू, दिनेश और चंदन को जेल भेज दिया गया। एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान उनके पूरे गिरोह का पता लगा है। हालांकि उक्त असलहों की कहां डिलेवरी होने वाली थी इसका जबाव नहीं मिल सका है। हथियार सप्लायरों की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है।
गिरफ्तारी के बाद कई तरह की हो रही थी चर्चा
हथियार तस्करों की गिरफ्तारी के बाद से ही क्षेत्र में अनेकों तरह की चर्चाएं हो रही थी। कुछ लोगों का कहना था कि गिरफ्तार किए गए तस्करों का संबंध जिले के एक कुख्यात से काफी गहरा है तथा उसके गिरोह को ही ये लोग हथियारों की सप्लाई करते थे। वही सूत्रों का ये भी कहना है कि एनएच 922 पर पुराना भोजपुर के पास एक जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए इन हथियारों का जखीरा इकट्ठा किया गया था। लेकिन पुलिस ने समय रहते सप्लायरों को दबोच एक बड़ी घटना होने से बचा लिया। हालांकि पुलिस द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है।
मुखिया का चुनाव लड़ चुका है दीपू
अवैध असलहों का मुख्य सौदागर हाता गांव का दीपू राम पिछले पंचायत चुनाव में कुशलपुर पंचायत से मुखिया पद का उम्मीद्वार भी था। हालांकि चुनाव में उसे जीत नसीब नहीं हुई। सूत्रों का कहना है कि दीपू का पहले से अपराधिक रिकार्ड भी रहा है। जानकार बताते है कि वह अपने काले कारनामे को छिपाने के लिए ही सामाजिक जीवन में सक्रिय होना चाहता था। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
तस्करों का पहले से अपराधिक रिकार्ड
पूरे गिरोह को पकड़ लिया गया है। उनके पास से मुंगेर निर्मित छह पिस्टल, 12 मैग्जीन, चार मोबाईल, बैग व कपड़े बरामद हुए है। गिरफ्तार तीनों हथियार तस्करों का पहले से अपराधिक रिकार्ड रहा है। उनके स्वीकारोक्ति के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। - मनीष कुमार, एसपी बक्सर