9 दिसंबर को हर बूथों पर चलेगा विशेष अभियान, 18 वर्ष के युवाओं को दी जायेगी तव्वजों
- एसडीएम ने की अपील, मतदाता सूची में नाम दर्ज कराकर बने राष्ट्र का नागरिक
केटी न्यूज/डुमरांव
आगामी चुनावों को लेकर अनुमंडल प्रशासन ने तैयारियों की कवायद में तेजी ला दी है। डुमरांव अनुमंडल के मतदाताओं को लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होने के लिए जागरूक किया जायेगा। आगामी 9 दिसंबर को डुमरांव विधानसभा क्षेत्र के हर बूथों पर एक विशेष कैंप लगाया जायेगा। कैंपों पर 18 वर्ष के युवक-युवतियों को विशेष तव्वजों देकर नाम जोड़ा जायेगा। अगर 17 वर्ष तक के उम्र है तो वह भी फॉर्म छह भरकर जमा कर सकते है। पिछ्ले चुनावो के वोटर लिस्ट में पुरुष मतदाताओं के अपेक्षा महिला मतदाताओं की संख्या में काफी अंतर है। इस बार के चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं के अनुपात में बराबर रहे इसके लिए अनुमंडल प्रशासन विशेष पहल कर हर बूथों पर 3 दिसंबर से विशेष शिविर लगाकर नये मतदाताओं का नाम जोड़ा जायेगा।
नये साल के एक जनवरी तक जो युवक-युवती का उम्र 18 वर्ष होता है तो उन्हें भी मतदाता सूची में जोड़ा जायेगा। इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों सुविधा दी गयी है। शनिवार को अनुमंडल के सभागार में एसडीएम कुमार पंकज ने निर्वाचन आयोग के निर्देशों के बाद निर्वाचन नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनर्निरीक्षण तथा मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन के अलावे अन्य निर्देशो की समीक्षा की और कई तरह का दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वार्डों में तीन सदस्यीय
और हर पंचायतों में पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है, जो मतदाता सूची में छूटे हुए नामों को जोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चला रहे है। कोई मतदाता छूटे नही इस अभियान के तहत विशेष शिविर आयोजित होगी, जिसमें सभी बीएलओ छूटे हुए मतदाताओं के नाम जोड़ेंगे। इसके साथ ही मतदाता सूची में त्रुटि का सुधार करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने और 18 वर्ष तक पूरा होने वाले मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने और मतदान करने के प्रति जागरूकता अभियान चलाने के लिए बीएलओ सहित अन्य पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
बताया जाता है कि डुमरांव विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख 23 हजार 372 है, जिसमें पुरुष मतदाता एक लाख 70 हजार 46 और महिला मतदाता एक लाख 53 हजार 322 के अलावे 4 थर्ड जेंडर शामिल है। इसमें प्रति एक हजार पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या 900 है। महिला मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जायेगा।