निपुण भारत अभियान को मजबूती: शिक्षकों के नवाचारों से सजा प्रखंड स्तरीय टीएलएम मेला
प्रखंड संसाधन केंद्र, केसठ के प्रांगण में मंगलवार को आयोजित प्रखंड स्तरीय निपुण टीएलएम मेला ने यह स्पष्ट कर दिया कि यदि शिक्षण में रचनात्मकता और नवाचार का समावेश हो, तो प्राथमिक शिक्षा को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। इस मेले का आयोजन निपुण भारत अभियान के तहत किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक दक्षता को सुदृढ़ करना रहा।
केटी न्यूज/केसठ
प्रखंड संसाधन केंद्र, केसठ के प्रांगण में मंगलवार को आयोजित प्रखंड स्तरीय निपुण टीएलएम मेला ने यह स्पष्ट कर दिया कि यदि शिक्षण में रचनात्मकता और नवाचार का समावेश हो, तो प्राथमिक शिक्षा को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। इस मेले का आयोजन निपुण भारत अभियान के तहत किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक दक्षता को सुदृढ़ करना रहा।मेले में संकुल स्तर पर चयनित शिक्षकों ने भाषा, गणित और पर्यावरण विषयों से जुड़ी विविध शिक्षण-अधिगम सामग्री (टीएलएम) का प्रदर्शन किया।

प्रदर्शित सामग्री में स्थानीय संसाधनों से तैयार किए गए मॉडल, चार्ट, खेल आधारित शिक्षण सामग्री और गतिविधि आधारित उपकरण शामिल थे, जो बच्चों को सहज, रोचक और प्रभावी तरीके से सीखने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं। इन नवाचारों ने यह दिखाया कि सीमित संसाधनों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा संभव है।विभागीय निर्देशों के अनुरूप आयोजित इस मेले में निर्णायक मंडली द्वारा शिक्षण सामग्री की उपयोगिता, रचनात्मकता और बच्चों पर पड़ने वाले शैक्षणिक प्रभाव के आधार पर मूल्यांकन किया गया।

उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्राथमिक विद्यालय केसठ के शिक्षक विमलेश कुमार को प्रथम स्थान, जबकि अनुसूचित जाति प्राथमिक विद्यालय कतकिनार के शिक्षक मुकेश प्रसाद सिंह को द्वितीय स्थान से सम्मानित किया गया।निर्णायक मंडली में अनिल कुमार, भावना कुमारी एवं नशरूदीन अंसारी शामिल रहे। कार्यक्रम के दौरान संकुल समन्वयक मनोज कुमार, प्रीति यादव, विक्रम जयसवाल, साधनसेवी नागेन्द्र तिवारी, श्वेता कुमारी सहित कई शिक्षक एवं शिक्षा कर्मी उपस्थित रहे। टीएलएम मेला न केवल शिक्षकों के लिए सीखने का मंच बना, बल्कि प्राथमिक शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक सार्थक पहल भी सिद्ध हुआ।
