केटी न्यूज़, बक्सर : प्रोन्नति से वंचित शिक्षकों ने नये जगहों पर योगदान नहीं किया है। इस पर पर विभाग ने संज्ञान लिया है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना विष्णुकांत राय ने इस संबंध में फरमान जारी किया है। उन्होंने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डुमरांव, ब्रह्मपुर, इटाढ़ी, सिमरी एवं चौसा को इस बाबत जारी विभाग के पूर्व के आदेश का अनुपालन कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
48 नए शिक्षकों को प्रोन्नति का लाभ
दरअसल, शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों स्नातक प्रोन्नति से वंचित शिक्षकों की सूची जारी करने के बाद सहायक शिक्षक के रूप में उनका पदस्थापन दूसरे विद्यालयों में कर दिया, लेकिन इनमें कई शिक्षक अभी भी अपने पूर्व के विद्यालय में ही जमे हुए हैं। नई जगह पर इन्होंने योगदान नहीं किया। विभागीय सूत्रों ने बताया कि प्रोन्नति सूची में जिन 48 नए शिक्षकों को प्रोन्नति का लाभ दिया गया, उनमें अधिकतर शिक्षकों ने नव पदस्थापित विद्यालय में योगदान कर लिया है।
चुनाव में उनकी ड्यूटी लग गई
बताया जाता है कि इनमें कुछ शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने नव पदस्थापित विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक का प्रभार नहीं लिया और चुनाव में उनकी ड्यूटी लग गई। वहीं, कुछ ने प्रभार ले लिया। बताया जाता है कि इनमें करीब 10 शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक योगदान ही नहीं किया। बताया जाता है कि इनका पदस्थापन दूर हो जाने के कारण इन लोगों ने प्रभार नहीं लिया। वहीं, स्नातक प्रोन्नति से वंचित जिन शिक्षकों को सहायक शिक्षक के रूप में अन्य विद्यालयों में पदस्थापन किया गया, उनमें भी कई शिक्षक ऐसे हैं, जो पूर्व के विद्यालय में ही स्नातक शिक्षक के रूप में प्रभारी बने हुए हैं और उन लोगों ने नव पदस्थापित विद्यालय में योगदान नहीं किया है।
ऐसे में डीपीओ स्थापना ने संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को आदेश जारी किया है। उन्होंने लिखा है कि कतिपय विद्यालयों से ऐसी सूचना मिल रही है कि प्रोन्नति रद किए जाने के पश्चात भी शिक्षक अपने पद पर बने हुए हैं। उन्होंने संबंधित भी बीईओ को कृत कार्रवाई से अवगत कराने का निर्देश दिया है।