चुनाव जनता लड़ेगी, मैं तो चेहरा मात्र हूं - आनंद मिश्रा

बक्सर विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार का दिन राजनीतिक उत्साह से सराबोर रहा, जब एनडीए समर्थित भारतीय जनता पार्टी के युवा और चर्चित प्रत्याशी आनन्द मिश्रा ने बक्सर के किला मैदान से ऐतिहासिक जनसमर्थन के बीच नामांकन जुलूस निकाला। हजारों समर्थकों के साथ वे अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे और बक्सर विधानसभा से अपना नामांकन दाखिल किया।

चुनाव जनता लड़ेगी, मैं तो चेहरा मात्र हूं - आनंद मिश्रा

-- बक्सर किला मैदान से उमड़ा जनसैलाब, भाजपा प्रत्याशी आनन्द मिश्रा ने भरा नामांकन

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार का दिन राजनीतिक उत्साह से सराबोर रहा, जब एनडीए समर्थित भारतीय जनता पार्टी के युवा और चर्चित प्रत्याशी आनन्द मिश्रा ने बक्सर के किला मैदान से ऐतिहासिक जनसमर्थन के बीच नामांकन जुलूस निकाला। हजारों समर्थकों के साथ वे अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे और बक्सर विधानसभा से अपना नामांकन दाखिल किया।

नामांकन से पहले किला मैदान में आयोजित जनसभा में महिलाओं, युवाओं और कार्यकर्ताओं का अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। मंच पर पहुंचते ही आनन्द मिश्रा ने सभास्थल पर मौजूद माताओं और बहनों के चरणों में झुककर आशीर्वाद लिया। इस दृश्य ने सभा को भावनात्मक रंग दे दिया।

सभा की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन ने की, जबकि संचालन का दायित्व शिवजी खेमका ने निभाया। मंच पर एनडीए के सभी घटक दलों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और स्थानीय नेता उपस्थित रहे। अपने संबोधन में आनन्द मिश्रा ने कहा कि मैं सिर्फ आपका प्रतिनिधि चेहरा हूं, यह चुनाव आप सभी को लड़ना है।

बक्सर की जनता जिस ताकत से मेरे साथ खड़ी है, वही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। उन्होंने वादा किया कि यदि जनता ने अवसर दिया, तो बक्सर को बिहार के राजनीतिक और विकास मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि ऐसा काम करें जिससे भविष्य में बक्सर के लोगों के सामने सिर झुकाने की नौबत न आए। मैं जनता के विश्वास को सम्मानित करने की हरसंभव कोशिश करूंगा।

सभा स्थल पर ‘जय बक्सर’, ‘जय आनन्द मिश्रा’ और ‘मोदी-नीतीश जिंदाबाद’ के नारों से पूरा किला मैदान गूंज उठा। कार्यकर्ताओं के जोश और महिलाओं की भागीदारी ने माहौल को उत्सव जैसा बना दिया। नामांकन कार्यक्रम ने यह स्पष्ट संकेत दिया कि बक्सर में इस बार का चुनाव सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि जनभावनाओं की परीक्षा भी होगा।