अवैध तरीके से संचालित वधशाला रोकने के लिए मुखर हुए नया भोजपुर के ग्रामीण, प्रशासन से करेंगे शिकायत

अवैध तरीके से संचालित वधशाला रोकने के लिए मुखर हुए नया भोजपुर के ग्रामीण, प्रशासन से करेंगे शिकायत

- मंगलवार को दर्जनों महिला व पुरूषों ने मीडिया के समक्ष उठाया मुद्दा

- बोले ग्रामीण हड्डियों की बदबू से मुहाल हो गया है जीना

केटी न्यूज/डुमरांव

नया भोजपुर में अवैध तरीके से वधशाला का संचालन किया जा रहा है। इन वधशालाओं में जानवरों को काटने के बाद करोबारी हड्डियों को आस पास में ही फेंक रहे है। जिसकी बदबू से मोहल्लेवासियों का जीना मुहाल हो गया है। लोगों का कहना है कि मोहल्ले में हर समय दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है। जिससे संक्रामक बीमारियों के

फैलने का खतरा बना हुआ है। लोगों की शिकायतों के बाद भी जब अवैध वधशाला संचालित करने वाले अपने हरकतों से बाज नहीं आए तो मंगलवार को मोहल्लेवासी उग्र हो गए। इस दौरान मीडिया के समक्ष अपनी बातों को खुलकर रखा तथा कहा कि इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस व अनुमंडल प्रशासन से की जाएगी। जानकारी के अनुसार डुमरांव

नगर परिषद के वार्ड दस स्थित नया भोजपुर चिकटोली मोहल्ला में दर्जनों लोगों द्वारा अवैध तरीके से वधशाला चलाया जा रहा है। इसी के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोला है। स्थानीय निवासी दानिश कुरैशी व मो अस्फाक ने बताया कि उनके घर के आस पास रहमान कुरैशी तथा अन्य लोगों द्वारा हड्डियों का ढेर लगाया गया है।

जिस कारण पूरे मोहल्ले में हड्डियों व मांस की बदबू का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से यह स्थिति बनी हुई है। वही हाजी अब्दूल कलाम खान ने बताया कि कुछ वर्ष पहले प्रशासन द्वारा छापेमारी कर अवैध बूचड़खानों को बंद कराया गया था तथा हड्डियों को भी गांव से दूर फेकवाया गया था। तब कुछ दिनों तक राहत मिली थी।

लेकिन प्रशासनिक उदासीनता से अवैध ढंग से गोकशी करने वाले फिर से सक्रिय हो गए है। विरोध करने वाले लोगों का कहना था कि इसकी लिखित शिकायत स्थानीय पुलिस व अनुमंडल प्रशासन से की जाएगी। विरोध जताने वालों में मुन्ना खान, कल्लू कुरैशी, अब्दुल हक खान, नसीम कुरैशी,

मोहसिन कुरैशी, सरफुदीन कुरैशी, भूद्दू कुरैशी, नरगिस खातून, शकीला बानो, तारा खातून, चीनिया खातून, शाजाहा खातून, तसामु खान, सुलमान खान समेत कई अन्य शामिल रहे। 

बिना लाइसेंस संचालित होते है वधशाला

ग्रामीणों ने आरोप लगया कि उनके गांव में किसी के पास भी वधशाला का लाइसेंस नहीं है। लेकिन चोरी छिप्पे कई लोगों द्वारा वधशाला का संचालन किया जाता है। बता दें कि कुछ वर्ष पहले अनुमंडल प्रशासन द्वारा छापेमारी कर नया भोजपुर में अवैध वधशाला का भंडाफोड़ किया गया था। वही दो

महीना पहले बक्सर के खलासी मोहल्ले में अवैध वधशाला का फंडाफोड़ हुआ था। अब देखना है कि ग्रामीणों के मुखर होने के बाद प्रशासन द्वारा क्या कार्रवाई की जा रही है।