महिला से रुपयों का बैग छिन कार से भाग रहा था उचक्का, लोगों ने पकड़ कर पुलिस को सौंपा

महिला से रुपयों का बैग छिन कार से भाग रहा था उचक्का, लोगों ने पकड़ कर पुलिस को सौंपा
उचक्के को पकड़े युवक

- सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस, लोगों से छुड़वाने के बाद थाने में की पूछताछ

- गिरफ्तार उच्चका मोतिहारी का है निवासी, साथियों की तलाश में जुटी पुलिस

- घटना स्थल से पुलिस ने कार को किया जब्त, छापेमारी जारी

केटी न्यूज/डुमरांव

बुधवार को नगर के राजगढ़ परिसर स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक परिसर से 45 हजार रुपये निकाल अपने घर जाने के लिए बैंक से नीचे उतरी एक महिला के पैसे से भरा बैग छिन एक उचक्का भागने लगा। उसके कुछ साथी कार से थे तथा उसे लेकर शहर के बाहर निकलना चाह रहे थे। हालांकि मौके पर उपस्थित उसके पुत्र के शोरगुल के बाद लोगों ने तत्काल उसका पीछा किया। उचक्के कार से भाग रहे थे। लेकिन स्थानीय लोगों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। इस दौरान गड़ेरी टोला मोहल्ला के पास एक उचक्का लोगों की पकड़ में आ गया। लोग उसकी पिटाई करने लगे। इसी दौरान मौके पर पहुंचे डुमरांव थानाध्यक्ष बिंदेश्वर राम ने उसे लोगों के चंगुल से छुड़ा थाना लेकर पहुंचे। गिरफ्तार उचक्के ने अपना परिचय मोतीहारी जिले के भगवतियां गांव के रमेश साह के रूप में दिया है। पुलिस ने मौके से एक कार को भी बरामद किया है। पुलिस की मानें तो उसके गिरोह में तीन और युवक भी थे। जो भाग निकले है।  उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। वहीं बरामद कार के कागजातों की जांच भी की जा रही है। पीड़ित महिला नगर के चतुरशालगंज निवासी मोतीलाल पासी की पत्नी शांति देवी है। मिली जानकारी के अनुसार बनारस में उसका इलाज चल रहा है। वह इलाज के लिए ही पैसा निकालने आई थी। गौरतलब है कि बैंक उपभोक्ताओं पर अक्सर उचक्कों की नजर रहती है। थानाध्यक्ष बिंदेश्वर राम ने कहा कि बैंक परिसरों की सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी।

पहले भी हो चुकी है कई घटनाएं 

डुमरांव में सरेआम पैसा छिन भागने की पहले भी कई घटनाएं हो चुकी है। कई बार तो उचक्के भागने में सफल भी हो जाते है जबकि कभी कभी वे लोगों के हत्थें भी चढ़ जाते है। इसके पहले स्टेट बैंक के पास से भी एक उपभोक्ता का पैसा छिन भाग रहे कोढ़ा गिरोह के उचक्के को भी स्थानीय लोगों ने पकड़ा था। जबकि विभिन्न बैंकों के पास उचक्कई तथा चोरी की कई घटनाएं हो चुकी है। वही इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि उचक्के दूर दराज से आते है ताकी उन्हें कोई पहचान नहीं सके। वैसे सूत्रों की मानें तो ऐसे उचक्कों का एक मजबूत गिरोह भी है जो आस पास के क्षेत्रों में पहले अपना डेरा जमाते है वहा की भौगोलिक स्थिति से परिचित होने के बाद घटनाओं को अंजाम देते है। सूत्रों की मानें तो शहर के कई मकानों में भी ऐसे उचक्के बतौर किराएदार बन शरण लेते है। 

चलेगा विशेष अभियान 

इस संबंध में एसपी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि ऐसे गिरोहों की पहचान तथा धरपकड़ के लिए पुलिस विशेष अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा कि सभी थानों को ऐसा निर्देश दिया गया है।