जो कार्य अहिंसा से हो सकते, वह हिंसा से कभी नहीं - सुधाकर सिंह

जो कार्य अहिंसा से हो सकते, वह हिंसा से कभी नहीं - सुधाकर सिंह

- बक्सर सांसद ने इटाढ़ी के चांदू डिहरा में किया बुद्ध के प्रतिमा का अनावरण

केटी न्यूज/बक्सर  

आज दुनिया के जिन देशों में युद्ध हो रहे या युद्ध के हालात बने है उससे उन देशों की मुश्किलें काफी बढ़ गई है। भगवान बुद्ध का सिद्धांत था। शांति एवं प्रेम से रहे। जो कार्य अहिंसा से हो सकता वह, हिंसा से कभी नहीं हो सकता। उक्त बातें मंगलवार को इटाढ़ी प्रखंड के चांदू डीहरा गांव में गौतम बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे निवर्तमान सांसद सुधाकर सिंह द्वारा लोगों को सम्बोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि आने वाला भविष्य हमें यह संकेत दे रहा है कि हमें बुद्ध के रास्ते पर चलना होगा। भगवान बुद्ध ने जिस तरह से दुनिया को शांति का संदेश दिया। आज हमें भी उनके बताये रास्ते पर चलने की जरूरत है। इस दौरान सांसद व डुमरांव विधायक अजीत कुशवाहा द्वारा संयुक्त रूप से पंचशील दीप जलाकर प्रतिमा का अनावरण किया गया।

वही, मौके पर डुमरांव विधायक अजीत कुशवाहा ने कहा कि दुनिया के सबसे पहले वैज्ञानिक महामानव गौतम बुद्ध थे। जिन्होंने अपने प्रायोगिक ज्ञान के बल पर यह सिद्ध कर दिया कि अगर कोई कारण है तो उसका निवारण भी है। लोगों में तार्किक बात करने की क्षमता एवं सामाजिक सोच पैदा करने की बात को उजागर किया। इन्होंने वैज्ञानिक सोच के बदौलत दुनिया को शांति के मार्ग पर चलने का राह दिखाया।

हम आज भी अगर उनके अष्टांगिक मार्ग को अपनाते हैं तो भारत सहित दुनिया के अन्य देश भी विकास करेंगे। जबकि, पर्यावरण संरक्षक विपिन कुमार ने कहा कि भगवान बुद्ध ने अपने समय में वर्षा काल के दौरान जहां भी बुद्ध विहार थे। वहां तालाबों की खुदाई संरक्षण एवं पौधरोपण करने का काम किया। हमें आज भी अधिक से अधिक पौधरोपण कर भगवान बुद्ध के इस सामाजिक पर्यावरण को बचाने की जरूरत है।

इस मौके पर राजद जिला अध्यक्ष शेषनाथ सिंह, निर्मल कुशवाहा, सत्यशोधक समाज के शिव प्रसाद कुशवाहा, पूर्व मुखिया कन्हैया राय, अजय सिंह, मकरध्वज सिंह विद्रोही, गुरु दयाल सिंह, गायक गोपाल मौर्य, सुरेंद्र भारती, प्रभात रंजन, अमरेश कुमार के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।