दो मुंहा सांप के तस्करी के आरोप में बक्सर का कुख्यात समेत तीन हिरासत में, दिल्ली तक फैले नेटवर्क का खुलासा

नगर थाना क्षेत्र के कोइरपुरवा मोहल्ले में मंगलवार की शाम उस समय सनसनी फैल गई, जब सादे लिबास में आई एक टीम दो लोगों को लेकर निकल गई। लोगों ने पहले इसे अपहरण समझा, फिर एसटीएफ की कार्रवाई की चर्चा चली। लेकिन देर रात पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई वन विभाग द्वारा की गई है।

दो मुंहा सांप के तस्करी के आरोप में बक्सर का कुख्यात समेत तीन हिरासत में, दिल्ली तक फैले नेटवर्क का खुलासा

-- रेड सैंड बोवा (दो मुंुहा सांप) तस्करी रैकेट पर कसा शिकंजा

केटी न्यूज/बक्सर

नगर थाना क्षेत्र के कोइरपुरवा मोहल्ले में मंगलवार की शाम उस समय सनसनी फैल गई, जब सादे लिबास में आई एक टीम दो लोगों को लेकर निकल गई। लोगों ने पहले इसे अपहरण समझा, फिर एसटीएफ की कार्रवाई की चर्चा चली। लेकिन देर रात पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई वन विभाग द्वारा की गई है।

बुधवार को आरा-बक्सर वन प्रक्षेत्र के अधिकारियों ने पुष्टि की कि बक्सर से तीन लोगों को दो मुंहा सांप (रेड सैंड बोवा) की तस्करी के आरोप में हिरासत में लिया गया है। यह प्रजाति प्रतिबंधित है और इसकी खरीद-फरोख्त पूरी तरह गैरकानूनी है। सूत्रों के अनुसार दिल्ली से आई विशेष टीम की सूचना पर कार्रवाई की गई, जिसमें स्थानीय वनकर्मियों ने सहयोग दिया। टीम के सदस्य ग्राहक बनकर बक्सर पहुंचे थे और आरोपियों के साथ सौदा होने के बाद उन्हें पकड़ा गया।

स्थानीय सूत्रों का कहना है कि हिरासत में लिए गए तीन लोगों में कुख्यात इंद्रजीत सिंह कोइरी और उसके मोहल्ले के ही जयराम सिंह शामिल हैं। इंद्रजीत हाल ही में हत्या के मामले में सजा काटकर बाहर आया था, जिससे पूरी घटना ने और भी हलचल बढ़ा दी है।

वन अधिकारियों ने बताया कि रेड सैंड बोवा की तस्करी करोड़ों के कारोबार से जुड़ी होती है। जिले के प्रसिद्ध स्नेक रेस्क्यूवर हरिओम के अनुसार, इस सांप की कीमत इसके आकार और वजन पर निर्भर करती है। चार फीट का रेड सैंड बोवा 2 से 3 करोड़ रुपये तक बिक सकता है। इसका उपयोग कथित रूप से तांत्रिक गतिविधियों और सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवाओं के निर्माण में किया जाता है। यह प्रजाति गंगा के किनारे के क्षेत्रों में पाई जाती है, जिससे तस्करों की निगाह यहां के इलाकों पर रहती है।

वन विभाग अब आरोपियों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रहा है कि तस्करी के इस नेटवर्क की जड़ें कहां तक फैली हैं और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं। मामला गंभीर है और जांच टीम इसे अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़ा मानकर आगे बढ़ रही है।