हिरासत से भागने के लिए विक्षिप्त ने होमगार्ड जवान पर किया हमला, फटा सर

हिरासत से भागने के लिए विक्षिप्त ने होमगार्ड जवान पर किया हमला, फटा सर

- लकड़ी से हमला कर थाना कैंपस से भाग निकला बंदी, लोगों की मदद से धराया

- जख्मी जवान का कराया जा रहा इलाज, आरोपी ने राहगीरों को भी पीटा 

केटी न्यूज/आरा

जिले के नवादा थाना में गुरुवार की रात एक बंदी ने जमकर उत्पात मचाया। पुलिस की‌ कस्टडी थाना से भागने के चक्कर में पहले उसने संत्री ड्यूटी पर तैनात एक होमगार्ड पर हमला कर दिया। उसके बाद वह थाना कैंपस से भाग निकला। भागने के दौरान वह राहगीरों से भी भिड़ गया और मारपीट करने लगा। हालांकि राहगीरों की मदद से पुलिस ने उसे पकड़ लिया।‌ वहीं, बंदी के हमले में होमगार्ड का सर फट गया और वह गंभीर रूप से जख्मी हो गये। उनका इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। मारपीट में एक राहगीर भी चोटिल हो गया है। जख्मी होमगार्ड चांदी थाना क्षेत्र के जहनपुर गांव निवासी कृष्णा सिंह हैं।

वह करीब डेढ़ वर्षों से नवादा थाना में कार्यरत है। दूसरा जख्मी संदेश थाने के सुरंगापुर गांव निवासी मंजीत सिंह का 19 वर्षीय बेटा रंजीत कुमार है। वह खोखो का खिलाड़ी हैं। वह प्रैक्टिस करने के लिए रोज वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में आता है। वहीं बंदी पश्चिम बंगाल का रहने वाला बताया जा रहा है। उसे डायल 112 पुलिस ने गुरुवार की सुबह थाने लाया गया था।

इधर, एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि गुरुवार की सुबह‌ पश्चिम बंगाल के रहने वाले मानसिक रूप से एक विक्षिप्त आदमी को थाने पर लाया गया था। शाम में परिजनों के इंतजार में उसे थाने में बैठाया गया था। उसी क्रम में उसने बगल में लकड़ी से संत्री ड्यूटी में तैनात एक होमगार्ड के सिर पर वार कर दिया। उसमें होमगार्ड का सर फट गया। बंदी को पकड़ लिया गया है। 

खाने के लिए पूछने के क्रम में होमगार्ड पर किया हमला :

जख्मी होमगार्ड कृष्णा सिंह ने बताया कि डायल 112 नंबर पुलिस वाहन द्वारा गुरुवार की सुबह बंदी को थाना लाया गया था। वह सुबह से ही नवादा थाना में था। सुबह में उन्होंने उसको नाश्ता कराया था। शाम में जब वह उससे पूछने गए कि खाना खाया है यह नहीं। उस दौरान वह उससे बात कर रहा था। तभी उसने पास में रखी लकड़ी से

उनके सिर पर हमला कर दिया। उससे वह बुरी तरह लहूलुहान हो गए। इसके बाद वह वहां से भागने लगा। तभी वहां से गुजर रहे खोखो का प्रैक्टिस कर वापस गांव लौट रहे एक युवक द्वारा उसे दबोच लिया गया। बंदी द्वारा उसकी भी पिटाई कर दी गयी।