बक्सर-डुमरांव में दूसरे दिन भी जाम का कहर, सदर विधायक ने लिया संज्ञान
बक्सर और डुमरांव में ट्रैफिक जाम का संकट लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी बदस्तूर जारी रहा। गुरुवार को लगी भीषण जाम का दंश शुक्रवार को और गंभीर हो गया था। आलम यह था कि बिहारी-यूपी के बॉर्डर बक्सर के वीर कुंवर सिंह सेतू से लेकर ब्रह्मपुर तक एनएच 922 पर वाहनों की अंतहीन कतारें दिखीं। सबसे बड़ी वजह वही, यूपी सीमा पर ट्रकों की एंट्री रोकने के बाद बक्सर-डुमरांव मार्ग पर खड़े ट्रकों का दबाव, जो बेतरतीब तरीके से एक के बाद एक लाइन में खड़े रहे, जिस कारण पूरे रूट की रफ्तार थम गई।
-- वीर कुंवर सिंह सेतू से ब्रह्मपुर तक लगी रही वाहनों की लंबी कतारें, एनएच 922 पर बेतरतीब खड़े ट्रकों ने बिगाड़ा यातायात
-- यूपी प्रशसान की कार्रवाई से बचने के लिए ट्रक खड़ी कर दे रहे है चालक
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर और डुमरांव में ट्रैफिक जाम का संकट लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी बदस्तूर जारी रहा। गुरुवार को लगी भीषण जाम का दंश शुक्रवार को और गंभीर हो गया था। आलम यह था कि बिहारी-यूपी के बॉर्डर बक्सर के वीर कुंवर सिंह सेतू से लेकर ब्रह्मपुर तक एनएच 922 पर वाहनों की अंतहीन कतारें दिखीं। सबसे बड़ी वजह वही, यूपी सीमा पर ट्रकों की एंट्री रोकने के बाद बक्सर-डुमरांव मार्ग पर खड़े ट्रकों का दबाव, जो बेतरतीब तरीके से एक के बाद एक लाइन में खड़े रहे, जिस कारण पूरे रूट की रफ्तार थम गई।

-- दूसरे दिन भी जारी रही स्कूली बच्चों और मरीजों की मशक्कत
शुक्रवार की सुबह से ही बक्सर-डुमरांव पथ पर यातायात ध्वस्त रहा। वीर कुंवर सिंह सेतु के पास ट्रकों की इतनी लंबी पंक्ति खड़ी थी कि छोटे वाहनों के निकलने तक की जगह नहीं बची। ब्रह्मपुर की ओर जा रहे यात्रियों को भी घंटों तक रेंगकर आगे बढ़ना पड़ा।जाम की वजह से स्कूली बच्चों को फिर देर से स्कूल पहुंचना पड़ा। कई अभिभावकों ने कहा कि समस्या अब असहनीय हो गई है। गुरुवार को घंटों जाम में फंसे, आज फिर वही हालात दिख रहे हैं।उधर, मरीजों को ले जा रही एंबुलेंसें भी जाम में घंटों अटकी रहीं। ट्रैफिक पुलिस छोटे वाहनों को किनारे से निकालने की कोशिश में जुटी रही, लेकिन भारी वाहनों के दबाव के आगे सब प्रयास नाकाफी साबित हुए।
-- एनएच 922 पर ट्रकों की अव्यवस्थित पार्किंग से हालात बदतर
स्थानीय लोगों का कहना है कि जाम की सबसे बड़ी वजह एनएच 922 पर खड़े ट्रकों का अनियंत्रित तरीके से लगाया जाना है। गुरुवार की रात से ही ट्रक चालक जहां जगह मिली वहीं वाहन खड़ा कर देते हैं। इससे मुख्य लेन पूरी तरह ब्लॉक हो जाती है और दूसरा रास्ता बचता ही नहीं।डुमरांव और बक्सर के शहरी इलाकों तक इसका असर साफ दिखा। मुख्य बाजार, स्टेशन रोड, बस स्टैंड और लिंक रोड तक वाहनों का बहाव अनियमित हो गया। डुमरांव रेलवे स्टेशन के लिए जा रहे कई यात्री ट्रेन तक समय पर नहीं पहुंच सके।

-- विधायक आनंद मिश्रा का संज्ञान, एसपी को दिए सख्त निर्देश
लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए बक्सर सदर विधायक आनंद मिश्रा ने शुक्रवार को इस पर संज्ञान लिया और एसपी शुभम आर्य को स्पष्ट निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि एनएच 922 पर ट्रकों को केवल एक ही लेन में खड़ा करने की कड़ी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि दूसरी लेन से सामान्य वाहनों की आवाजाही सुचारु रूप से हो सके।विधायक मिश्रा ने अधिकारियों को यह भी कहा कि ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन मिलकर ऐसे वैकल्पिक प्रबंधन तैयार करें जिससे किसानों, छात्रों, मरीजों और नौकरीपेशा लोगों को राहत मिल सके। उनके हस्तक्षेप के बाद स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी है कि जाम से मिलने वाली राहत अब दूर नहीं।
-- लोगों में गहराते जा रही है नाराजगी
बक्सर और डुमरांव के लोगों का कहना है कि जाम अब अस्थायी समस्या नहीं, बल्कि रोजमर्रा की मुश्किल बन चुका है। एनएच 922 पर खड़े ट्रकों के कारण पूरे शहर की गति चरमराई हुई है।स्थानीय निवासी राजेश कुमार कहते हैं कि दो साल से डुमरांव बाइपास अधूरा है, उधर ट्रकों का दबाव बढ़ता जा रहा है। प्रशासन समय रहते कार्रवाई नहीं करता, तभी यह हाल है।कई लोगों ने आरोप लगाया कि गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी प्रशासन मौके पर सक्रिय नहीं दिखा। यह भी सवाल उठाया गया कि यूपी प्रशासन के निर्णय की सूचना समय रहते मिल जाती तो बिहार प्रशासन पहले से तैयारी कर सकता था।
-- स्थायी समाधान की मांग तेज
बक्सर और डुमरांव के व्यापारी, छात्र, ग्रामीण और नौकरीपेशा लोग रोजाना इस जाम से त्रस्त हैं। जाम का असर सिर्फ मुख्य सड़क पर नहीं, बल्कि शहर के हर हिस्से पर महसूस किया जा रहा है। छोटे दुकानदारों ने बताया कि जाम के कारण ग्राहक दुकान तक नहीं पहुंच पाते, जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है।स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ट्रकों की पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त की जाए। डुमरांव बाइपास का काम प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराया जाए। ट्रैफिक प्रबंधन के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया जाए तथा यूपी-बिहार सीमा पर समन्वय बढ़ाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न हो।

-- विधायक के हस्तक्षेप के बाद जगी उम्मीद की किरण
सदर विधायक आनंद मिश्रा के हस्तक्षेप के बाद लोगों में राहत की एक आशा दिख रही है। यदि एनएच 922 पर ट्रकों की एक लेन का पालन सख्ती से कराया गया, तो दूसरी लेन से छोटे वाहनों का परिचालन सुचारु हो सकेगा।फिलहाल, जाम से जूझ रहे बक्सर और डुमरांव के लोगों की यही उम्मीद है कि प्रशासनिक कदम जल्द प्रभावी हों और दो दिनों से थमा जनजीवन अब पटरी पर लौट सके।
