मिठाई दुकान पर फायरिंग में वांछित कुख्यात विकास सहित दो अपराधी हथियार और गांजे के साथ गिरफ्तार
- भोजपुर पुलिस और बिहार एसटीएफ की सफलता
- 26 अप्रैल की शाम गड़हनी बाजार स्थित एक मिठाई दुकान पर की गयी थी फायरिंग
- प्राथमिकी के बाद केस उठाने के लिए दुकानदार को धमकी भी दे रहे थे दोनों अपराध कर्मी
केटी न्यूज/आरा
गड़हनी के नया बाजार मिठाई दुकान पर फायरिंग मामले में वांछित कुख्यात विकास यादव सहित दो अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से फायरिंग में इस्तेमाल देसी पिस्टल, तीन गोली, दो सीम, दो किलो गांजा और एक बाइक बरामद की गयी है। दोनों को बुधवार सुबह गड़हनी थाना क्षेत्र के पहरपुर नहर पुल के पास भोजपुर पुलिस और एसटीएफ की टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है। घटना के समय दोनों किसी बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने निकले थे।
गिरफ्तार अपराध कर्मियों में गड़हनी थाना क्षेत्र के बड़ौरा गांव निवास विनय यादव का पुत्र विकास यादव और चरपोखरी थाने के दुलौर टोला (सेमरांव) गांव निवासी लाल बाबू सिंह का पुत्र भीम यादव है। दोनों का पूर्व से भी आपराधिक इतिहास रहा है और जेल भी जा चुके हैं। इनमें विकास यादव हत्या और रंगदारी सहित कई कांडों में आरोपित रहा है। एसपी नीरज कुमार सिंह की ओर से बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल की शाम नाश्ता करने के दौरान टोकन लेने को लेकर उपजे विवाद में गड़हनी के नया बाजार स्थित गोकुल मिठाई दुकान पर अपराधियों द्वारा फायरिंग की गयी थी। उसमें दुकानदार और उनके स्टाफ बाल-बाल बच गए थे।
उसे लेकर विकास यादव सहित दो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। उसके बाद दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी को एएसपी परिचय कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी। टीम उसी दिन से दोनों की धरपकड़ में जुटी थी। इस बीच बुधवार की सुबह सूचना मिली कि फायरिंग का वांछित विकास यादव अपने सहयोगी भीम यादव के साथ पोसवां से अपने गांव बड़ौरा गांव की ओर जाने वाला है। उसके पास हथियार भी है और वह किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। उसके बाद गड़हनी थानाध्यक्ष रणवीर कुमार के नेतृत्व में पुलिस द्वारा पहरपुर नहर पुल के पास घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
तलाशी के दौरान उनके पास से एक देसी पिस्टल, तीन गोली, दो किलो गांजा और दौ सीम बरामद किया गया। उनकी बाइक जब्त कर ली गयी। उन्होंने बताया कि का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है। दोनों पूर्व में कई बार जेल भी जा चुके हैं। गांजा बरामदगी के मामले में दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। टीम में गड़हनी थाने के प्रपुअनि अर्जुन कुमार दास, जीतेंद्र कुमार साह और डीआईयू के अफसर व जवान शामिल थे। इधर, पुलिस मुख्यालय की ओर से बिहार पुलिस के एक्स हैंडल पर ट्वीट कर बिहार एसटीएफ और भोजपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में दोनों की गिरफ्तारी की जानकारी दी गई है।
स्पीडी ट्रायल के तहत मुकदमा चला सजा दिलाने की पुलिस करेगी कोशिश
एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि विकास यादव और उसके साथी भीम यादव का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है। विकास यादव के खिलाफ रंगदारी, हत्या, फायरिंग, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट सहित अन्य केस दर्ज है। वह पूर्व में करीब छह बार जेल जा चुका है। जमानत पर जेल से आने के बाद रंगदारी और फायरिंग जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहा था। भीम यादव भी कई बार जेल जा चुका है। वह भी कछ मामलों में चार्जशीटेड है।
विकास यादव पुलिस को खुली चुनौती दे रहा था। एसपी ने बताया कि 26 अप्रैल की शाम मिठाई दुकान पर फायरिंग करने के बाद विकास यादव केस उठाने के लिए भी दुकानदार पर दबाव दे रहा था। उसके लिए उसने फायरिंग की घटना के दो दिन बाद दुकानदार को धमकी भी दी थी। उसे काफी गंभीरता से लिया गया है। उसके खिलाफ स्पीडी ट्रायल के तहत मुकदमा चलाने और सख्त सजा दिलाने का प्रयास किया जायेगा।