ऑपरेशन के बाद प्रसुता की मौत पर हंगामा, इमरजेंसी गेट को किया जाम

ऑपरेशन के बाद प्रसुता की मौत पर हंगामा, इमरजेंसी गेट को किया जाम

आरा सदर अस्पताल की रविवार की रात की घटना 

परिजनों का डाक्टरों और कर्मियों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप

पुलिस के कार्रवाई करने के आश्वासन पर शांत हुआ लोगों का गुस्सा

परिजनों द्वारा डाक्टर और कर्मियों के खिलाफ थाने में दिया गया आवेदन 

केटी न्यूज/आरा

सदर अस्पताल में रविवार रात प्रसव कराने प्रसूता की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई। बच्चे की स्थिति भी गंभीर बनी है। मृत महिला संदेश थाना क्षेत्र के बचरी गांव निवासी रविंद्र कुमार सिंह की 24 वर्षीया पत्नी इंदू देवी थी। उसकी शादी तीन साल पहले हुई थी और वह पहली बार मां बनी थी। इधर, प्रसुता की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा भड़क उठा। आक्रोशित परिजनों द्वारा सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया गया। वहीं स्ट्रेचर पर शव रखकर न्यू इमरजेंसी वार्ड के गेट को भी जाम कर दिया गया। परिजनों द्वारा डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों पर ऑपरेशन एवं इलाज में

लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे। साथ ही दोषी डाक्टर और कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जा रही थी। उसे अस्पताल में काफी देर तक अफरातफरी मची रही। सूचना मिलने पर नवादा थानाध्यक्ष कमलजीत, नगर थाने के एडिशनल एसएचओ थानाध्यक्ष अरविंद कुमार एवं दारोगा सुमंत कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे और समझा कर परिजनों को शांत कराया। अफसरों की ओर से मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। उसके बाद परिजन इमरजेंसी गेट से हटने को तैयार हुए। इस संबंध में रविंद्र कुमार सिंह की ओर से नगर थाने में एक आवेदन भी दिया गया है। उसमें सदर अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डाक्टर और अन्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गयी है।

रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी इंदू को प्रसव होने वाला था। रविवार की शाम उसे दर्द होने लगी। तब उनकी बहन के साथ उनकी पत्नी सदर अस्पताल पहुंची। वहां महिला चिकित्सक द्वारा देखने के बाद तत्काल ऑपरेशन करने की बात कही गई। देर रात में उनकी पत्नी का ऑपरेशन किया गया और बच्ची पैदा हुई। प्रसव के साथ ही डाक्टर की ओर से बच्ची की स्थिति खराब बताते हुए डाक्टर के पास भेज दिया गया। उसी बीच उसकी पत्नी की हालत बिगड़ने की बात कहते हुए जबरन पटना रेफर कर दिया। दानापुर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाने में डाक्टर की ओर से बताया गया कि उसकी मौत पहले ही हो चुकी है। 

पति बोला: मौत होने के बाद जबरन एंबुलेंस पर लाद कर दिया गया रेफर 

रविन्द्र कुमार सिंह की ओर से डाक्टर और कर्मियों पर मौत होने के बाद भी उसकी पत्नी को जिंदा बताकर जबरन 

पटना रेफर करने का आरोप लगाया गया है। कहा गया कि वह बार-बार कहता रहा कि उसकी पत्नी की मौत हो गई, लेकिन कर्मियों द्वारा एंबुलेंस पर उसकी पत्नी को लादकर जबरन रेफर कर दिया गया। रविन्द्र कुमार सिंह के अनुसार रात में भी जबरन उसकी पत्नी का ऑपरेशन किया गया था। उन्होंने बताया कि देर शाम पत्नी को अस्पताल लाये जाने पर डाक्टर द्वारा देखने के बाद जांच लिखा गया। उसकी पत्नी को उसी परिस्थिति में न्यू इमरजेंसी वार्ड के पहले तले पर खून आदि की जांच करायी गयी।

जांच रिपोर्ट में हिमोग्लोबिन की मात्रा 11 प्वाइंट बतायी गयी। तब प्रसूति वार्ड में मौजूद नर्स द्वारा डाक्टर के चले जाने की बात कहते हुए जल्द ऑपरेशन कराने का दबाव दिया जाने लगा। उसके बाद ऑपरेशन कराया गया और उसे बच्ची पैदा हुई। इसके बाद वे लोग बच्ची को दिखाने डाक्टर के पास चले गए। इस बीच प्रसूति वार्ड में मौजूद स्वास्थ्य और सुरक्षा कर्मियों द्वारा उनकी पत्नी को एंबुलेंस पर चढ़ाया जाने लगा। पूछे जाने पर कहा जाने लगा कि मरीज की स्थिति ठीक नहीं है। उसे पटना रेफर किया जा रहा है। जल्दी पटना ले जाइए।

तब उन लोगों ने छूकर देखा तो वह मर चुकी थी। लेकिन जिंदा होने का हवाला देते हुए सुरक्षा और स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से जबरन उसे एंबुलेंस पर चढ़ा कर पटना भेज दिया गय। रेफर करने का किसी भी प्रकार का कोई कागजात भी नहीं दिया गया। तब वे लोग दानापुर सगुना मोड़ पर स्थित एक निजी अस्पताल में ले गये। वहां डाक्टर द्वारा बताया गया कि मरीज की मौत हो चुकी है। उसके बाद परिजन शव लेकर सदर अस्पताल पहुंचे और न्यू इमरजेंसी वार्ड के गेट को जाम कर दिया गया। बहरहाल पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।

बताया जा रहा है कि इंदू की शादी जून 2021 में जून महीने में हुई थी। वह पहली बार बनी थी। लेकिन शायद किस्मत को उसका मां बनना मंजूर नहीं था। मां बनने के तुरंत बाद उसकी मौत हो गई। वह चार बहनों में छोटी थी। घटना के बाद उसके घर में कोहराम मच गया है।