जनसंख्या नियंत्रण के लिए हम सभी को मिलकर करना होगा प्रयास - डीएम
जनसंख्या नियंत्रण के लिए हम सभी को मिलकर करना होगा प्रयास - डीएम
- परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा के तहत सारथी जागरूकता रथ को डीएम ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
केटी न्यूज/बक्सर
सोमवार को पुराने सदर अस्पताल परिसर में जनसंख्या स्थिरीकरण कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम अंशुल अग्रवाल सीएस सुरेश कुमार सिंहा, डॉ आरके सिंह, डीपीएम मनीष कुमार, यूनिसेफ कोऑर्डिनेटर शगुफ्ता जमील ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अपने संबोधन में डीएम ने कहा कि बढ़ती हुई जनसंख्या हम सभी के लिए चुनौती है तथा सबको मिलकर इस चुनौती से निपटना होगा। उन्होंने छोटा परिवार सुखी परिवार के अवधारणा को जीवन में उतारने की नसीहत दी। वहीं जागरूकता को लेकर आशा एवं एएनएम के साथ ही जागरूकता रथ को भी रवाना किया गया है। डीएम ने जिलावासियों से समन्वित प्रयास से जनसंख्या स्थिरीकरण पर पहल करने की अपील की। इसके बाद डीएम ने सारथी जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। आयोजित कार्यक्रम का संचालन पीएचसी प्रबंधक प्रिंस कुमार सिंह ने किया।
26 सितंबर तक आयोजित होगा परिवार नियोजन पखवाड़ा
जिला में 4 सितंबर से जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा चलाया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य समिति के निर्देश के आलोक मे 11 सितंबर से परिवार नियोजन सेवा पखवाडा का शुभारंभ डीएम द्वारा शुरू किया गया। इस क्रम में सदर प्रखंड स्थित पुराना सदर अस्पताल परिसर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर अभियान को डीएम ने हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। उदघाटन के मौके पर मौजूद सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र सिंहा ने परिवार नियोजन पखवाडा के उदेश्यों एवं परिवार नियोजन के उपायों के प्रति लोगों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मिशन परिवार विकास के तहत जनसंख्या स्थिरीकरण अभियान को दो चरणों में संचालित किया जा रहा है। जिसमें 4 से 10 सितंबर तक दंपति संपर्क पखवाड़ा चलाया गया। वहीं 11 सितंबर से परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है, जो 26 सितंबर तक आयोजित होगी। उन्होंने बताया कि इस बार आजादी के अमृत महोत्सव पर हम लें संकल्प, परिवार नियोजन को बनायेंगे खुशियों का विकल्प थीम पर मनाया जा रहा है। जिसमें पुरुषों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
सारथी जागरूकता रथ रवाना
सारथी जागरूकता रथ को डीएम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जो पूरे प्रखंड क्षेत्र में 26 सितंबर तक लोगों के बीच जागरूकता कार्यक्रम गांव-गांव तक चलाएगा। विभाग के निर्देश पर इस बार अभियान को सफल बनाने के लिए पंचायत से लेकर जिला स्तर तक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत सभी पंचायत अंतर्गत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स क्षेत्र में सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन की जाएगी। जिसमें सभी सीएचओ और एएनएम की भूमिका अहम होगी।
पुरूष नसबंदी पर रहेगा विशेष फोकस
सदर प्रखंड के उत्प्रेरक प्रिंस कुमार सिंह ने कहा कि इस बार अभियान में पुरुषों की भागीदारी बढ़ानी है। जिसके लिए पात्र दंपतियों से संपर्क कर पुरुषों को जागरूक किया जा रहा है। पुरषों को बताना है कि उनकी शारीरिक संरचना महिलाओं की अपेक्षा अधिक सरल होती है। पुरुषों के लिए नसबंदी एक मामूली ऑपरेशन है। जिस दौरान कोई चीर फाड़ नहीं की जाती और न ही कोई टांका लगाया जाता है। ऑपरेशन से एक घंटे बाद आदमी घर जा सकता है और 72 घंटे बाद व्यक्ति अपना रोजमर्रा का कामकाज आम दिनों की तरह कर सकता है।