शपथ लेते ही मोदी के बारे में ये क्या बोल गए तेजस्वी, मची खलबली
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोदी देश के प्रधानमंत्री तो बन गए हैं, लेकिन अब पहले जैसी बात नहीं रही। इस बार संसद में उनके सामने मजबूत विपक्ष खड़ा है।
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोदी देश के प्रधानमंत्री तो बन गए हैं, लेकिन अब पहले जैसी बात नहीं रही। इस बार संसद में उनके सामने मजबूत विपक्ष खड़ा है। तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार के विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाई और कहा कि इस बार बिहार मजबूत स्थिति में है, इसलिए मोदी जी को विशेष राज्य का दर्जा देने जैसे मुद्दों पर बात करनी चाहिए।
तेजस्वी यादव ने दिल्ली से पटना लौटते ही एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार ने इस चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, "2019 के चुनाव में बिहार से विपक्ष का मात्र एक सांसद था, लेकिन इस बार बिहार ने 9-9 सांसद विपक्ष को दिए हैं। हम राज्य में विपक्षी दलों में सबसे बड़ी पार्टी हैं।"
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार से बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि मोदी जी 2019 से पहले बार-बार यह वादा करते रहे हैं, लेकिन इस चुनाव में उन्होंने एक बार भी इस मुद्दे पर कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई है और आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75% किया गया है। देश में जातीय गणना होनी चाहिए और बिहार की जाति आधारित गणना को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए।
तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "बिहार के हाथों में सिर्फ झुनझुना थमाया गया है। मेरा मानना है कि विभाग किसी को भी मिले, काम होना चाहिए।"
उन्होंने जांच एजेंसियों की मनमानी पर भी टिप्पणी की और कहा, "इस बार संसद में मजबूत विपक्ष है, अगर ऐसा कुछ भी किया गया तो संसद में ही ईंट से ईंट बजा दी जाएगी।"
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता ने विपक्ष को मजबूत किया है और यह नया विपक्ष केंद्र सरकार को हर कदम पर चुनौती देगा। उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों और वादों को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि बिहार के विकास के लिए किए गए वादे अभी तक अधूरे हैं।
उनका मानना है कि केंद्र सरकार को बिहार की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। तेजस्वी यादव के बयान से बिहार की राजनीति में फिर से हलचल मच गई है और यह स्पष्ट है कि वे आने वाले समय में केंद्र सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ेंगे।
इस बयान के साथ तेजस्वी यादव ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वे बिहार के विकास और अधिकारों के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और केंद्र सरकार से इसका हिसाब मांगते रहेंगे। बिहार की जनता ने इस बार विपक्ष को जो ताकत दी है, वह निश्चित रूप से बिहार के हक की लड़ाई में अहम साबित होगी।