सूदखोरों के चंगुल में फंसी महिला ने की आत्महत्या की कोशिश, इलाजरत
- शहर के ठाकुरबाड़ी मुहल्ले की घटना, खतरे से बाहर
केटी न्यूज/जहानाबाद
सूदखोरों के जुल्म की नवादा जैसी घटना का छोटा ट्रेलर शहर में सामने आया है। दरअसल शहर के ठाकुरबाड़ी मुहल्ले की एक महिला ने दवाओं का ओवरडोज ले जान देने की कोशिश की है। परिजनों के अनुसार महिला ने टेंशन में घर में रखी एक दवा के स्ट्रीप की सारी टैबलेट्स एक साथ खा ली। दवा के ओवरडोज के बाद उसकी हालत खराब होने पर परिजनों ने उसे सदर अस्पताल भर्ती कराया। जहां इलाज के बाद उसकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। इलाजरत महिला अनिता देवी के बेटे धीरज कुमार ने बताया कि उसकी मां मुहल्ले में ही एक किराने की छोटी से दुकान चलाकर परिवार को पालन पोषण करती है। महिला के पुत्र ने बताया कि उसका पूरा परिवार सूदखोरों के चंगुल में है। उसने बताया कि उसके दिवंगत पिता नरेश प्रसाद, जिनकी मृत्यु तकरीबन एक महीने पहले हो गई है।
उन्होंने सूदखोरों से कर्ज लिया था जिसकी जानकारी परिवार को जानकारी नहीं थी। सूद के रूप में मूलधन से कई गुणा पहले ही चुकता कर दिया है, लेकिन फिर भी कर्ज से उन्हें मुक्ति नहीं मिल रही है। सूदखोर लगातार पैसा चुकता करने का दवाब बना रहे हैं। इसी से परिवार टेंशन में है। उसके पास मौजूद सूदखोरों के द्वारा दिए गए अप्रमाणिक पासबुक से उनके कारनामों का संकेत मिल रहा है। हालांकि संवाद प्रेषण तक पुलिस तक यह मामला नहीं पहुंच सका था। मामले में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिली है। हालांकि संभावना व्यक्त की जा रही है कि सूदखोरों के भय से पीड़ित परिवार पुलिस तक शिकायत पहुंचाने में गुरेज कर रहा है। जिले के शहरी व ग्रामीण इलाकों में अवैध सूदखोर लोगों को अपने चंगुल में फंसाकर मालामाल हो रहे हैं। ऐसे धंधेबाज जरूरतमंदों से उनके आभूषणों सहित कई कीमती सामान पहले बंधक बना लेते हैं। और बाद उससे भारी भरकम सूद की वसूली करते है। लोग आज भी बंधक कारोबारियों के हाथ हो शोषण का शिकार हो रहे हैं।