बड़े भाई के मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकें छोटे भाई, एक ही चिता पर जली दोनों की लाशें
- मामला फफदर गांव का
- संपति बंटवारे के बाद भी दोनों भाईंयों के अगाध प्रेम की हो रही चर्चा
केटी न्यूज/चौगाईं
वर्तमान समय में जब लोग स्वार्थ में जिंदगी जीने लगे हैं तब भी कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो अपनों के लिए आखरी सांस तक मन में प्रेम का भाव रखते हैं। ऐसा ही एक मामला बक्सर जिले के चौगाईं प्रखंड अंतर्गत मुरार थाना क्षेत्र के फफदर (बैसेगांव) में देखने को मिला। यहां छोटे भाई को अपने बड़े भाई से ऐसा स्नेह था कि वह उनकी मौत का सदमा ही बर्दाश्त नहीं कर पाया। बड़े भाई का शव देखते ही डेढ़ घंटे के अंदर उन्होंने भी प्राण त्याग दिए। जिला मुख्यालय के चरित्रवन स्थित श्मशान घाट पर जब दोनों भाइयों का शव एक ही चिता पर रखकर मुखाग्नि दी गई तो शव यात्रा में वहां मौजूद ग्रामीण अपने आंसू नहीं रोक सके। आज दोनों भाइयों के अगाध प्रेम की चर्चा भी लोगों की जुबान पर रही।
मिली जानकारी के अनुसार मुरार थाना क्षेत्र के फफदर गांव निवासी अनुग्रह नारायण सिंह (75 वर्ष) और विजय शंकर सिंह (70 वर्ष) दोनों सगे भाई थे। कुछ दिनों से बीमार चल रहे अनुग्रह नारायण सिंह का सोमवार की अल सुबह देहांत हो गया। बड़े भाई की मौत देखकर विजय शंकर सिंह इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाया और कुछ ही देर बाद शव देखते ही उन्होंने भी प्राण त्याग दिए। दोनों भाई का आखरी सांस तक आपसी लगाव और स्नेह की पूरे इलाके में चर्चा हो रही है। स्वजनों ने दोनों भाई के शव को एक ही चिता पर रखकर अंतिम संस्कार किया तो वहां मौजूद लोगों की आंख से आंसू छलक गए।
- लोगों के जुबान पर हैं दोनों भाइयों का प्रेम
भाई का रिश्ता ही कुछ ऐसा होता है। कई ऐसी बातें हैं जो मां बाप को नहीं बता सकते है, लेकिन सगे भाई को बेहिचक बता देते हैं। वर्तमान समय में स्वार्थ और संपत्ति के चलते लोग नाते रिश्ते तक भूल रहे हैं, लेकिन अनुग्रह नारायण सिंह और विजय शंकर सिंह के आपसी प्रेम की चर्चा इलाके में हो रही है। दरअसल परिवार बढ़ने के साथ-साथ दोनों भाई के बच्चों के बीच धन संपत्ति का बटवारा तो हो गया, लेकिन मरते दम तक दोनों भाइयों के एक साथ बैठकर सलाह मशविरा करने और भाई भाई का प्रेम बरकरार रहा। अंततोगत्वा बड़े भाई की मौत का सदमा छोटे भाई विजय शंकर बर्दाश्त नहीं कर पाए और एक ही चिता पर दोनों सुपुर्द ए खाक हो गए।
- एक ही घर में दो भाइयों की मौत से गांव में मात्तम
एक ही साथ दो सगे भाइयों के मौत की घटना के बाद फफदर गांव में मातम पसर गया। ग्रामीण पताली सिंह, चरंगा सिंह, अभय सिंह, नागेंद्र सिंह और ओमप्रकाश सिंह सहित अन्य कई ग्रामीणों ने बताया कि आज के इस दौर में दोनों भाइयों का आपसी प्रेम अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।