मारपीट में जख्मी युवक की पटना में इलाज के दौरान मौत, विरोध में सड़क जाम

मारपीट में जख्मी युवक की पटना में इलाज के दौरान मौत, विरोध में सड़क जाम

- 13 फरवरी को अचेतावस्था में मिला था निमेज निवासी युवक, स्वजनों ने 15 फरवरी को दो पर दर्ज कराया था नामजद एफआईआर

- सड़क जाम के दौरान पुलिस पर आरोपितों को गिरफ्तार करने में लापरवाही का लगा रहे थे आरोप

केटी न्यूज/ब्रह्मपुर

13 फरवरी को निमेज गांव के पास ऋषिकेष तिवारी के हाथीखाना के पीछे बेहेशी की हालत में मिले स्थानीय गांव निवासी 40 वर्षीय गुड्डु यादव की मंगलवार को पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया, जबकि उसके समर्थकों ने इस घटना के विरोध में शव के साथ ब्रह्मपुर चौरास्ता जाम कर दिया था।

जिससे परिचालन ठप हो गया था। सड़क जाम करने वाले पुलिस पर आरोपितों की गिरफ्तारी में शिथिलता बरतने का आरोप लगा रहे थे। बाद में ब्रह्मपुर बीडीओ सोनू कुमार के समझाने बुझाने के बाद आक्रोशितों ने जाम हटाया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बक्सर भेजा।

बता दें कि निमेज गांव निवासी रामनारायण यादव का 40 वर्षीय पुत्र गुड्डु यादव 13 फरवरी की सुबह अधमरा अवस्था में ऋषिकेश तिवारी के हाथीखाना के पास बेहोशी की हालत में पड़ा था। ग्रामीणों की सूचना पर स्थानीय पुलिस उसे उठाकर इलाज के लिए रघुनाथपुर सीएचसी ले गई, वहां से प्राथमिक इलाज के बाद रेफर होने पर उसे पुलिस पटना लेकर गई। वहीं, पहचान होने के बाद परिजन भी दौड़े भागे पटना पहुंचे।

इस मामले में 15 फरवरी को उसके स्वजनों ने स्थानीय गांव निवासी रौशन ओझा व शशिकांत ओझा पर नामजद एफआईआर दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई है। सड़क जाम कर रहे लोगों का कहना था कि पुलिस इस मामले में शुरू से लापरवाही बरत रही है। पुलिस की लापरवाही का ही नतीजा है कि नामजद पुलिस गिरफ्त से बाहर है। इस घटना के बाद गांव में जबदस्त तनाव है। ग्रामीण हिंसा प्रतिहिंसा की आशंका से सहमे हुए है।

ग्रामीणों द्वारा सड़क जाम किए जाने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। इस दौरान वाहन चालकों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। इस संबंध में ब्रह्मपुर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने बताया कि पुलिस इस मामले को गंभीरता ले रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।