तिरुपति लड्डू प्रसादम पर बीजेपी और टीडीपी के आरोपों पर वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने दिया बयान
तिरुपति लड्डू प्रसादम पर हाल ही में बड़ा विवाद चल रहा है।इसी मुद्दे को लेकर बीजेपी और टीडीपी के आरोपों पर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बड़ा बयान दिया है।
केटी न्यूज़/अमरावती
तिरुपति लड्डू प्रसादम पर हाल ही में बड़ा विवाद चल रहा है।इसी मुद्दे को लेकर बीजेपी और टीडीपी के आरोपों पर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बड़ा बयान दिया है। जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि टेंडर प्रक्रिया हर छह महीने में होती है और योग्यता मानदंड दशकों से नहीं बदले हैं। आपूर्तिकर्ताओं को एनएबीएल प्रमाणपत्र और उत्पाद गुणवत्ता प्रमाणपत्र हासिल करना होता। हमने अपने शासन में 18 बार उत्पादों को खारिज कर दिया है।
उन्होंने पूछा कि दुनिया भर में करोड़ों भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना क्या उचित है। जगन ने कहा कि सबूत के तौर पर प्रयोगशाला जांच रिपोर्ट में जिन नमूनों, जांच और परिणाम का उल्लेख किया है, वे एनडीए सरकार में ही सामने आए। उन्होंने कहा कि हर छह महीने में घी आपूर्तिकर्ता का चयन करना तिरुमला तिरूपति देवस्थानम की एक नियमित प्रक्रिया है जो दशकों से जारी है और इसमें कोई नयी बात नहीं है।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के कार्यकारी अधिकारी शमाला राव ने कहा कि प्रसादम की गुणवत्ता को लेकर आशंकाएं थीं और सीएम नायडू के निर्देशों के तहत एक प्रयोगशाला परीक्षण किया गया था। जब मैंने कार्यकारी अधिकारी टीटीडी के रूप में पदभार संभाला, तो सीएम ने खरीदे गए घी और लड्डू की गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त की, जिसे बहुत पवित्र माना जाता है और भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को 'प्रसादम' के रूप में चढ़ाया जाता है। वह चाहते थे कि मैं यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाऊं कि इस मंदिर की पवित्रता बहाल हो, जिसमें शुद्ध गाय के दूध का घी भी शामिल हो
जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि टीडीपी धार्मिक मामलों का राजनीतिकरण कर रही है। चंद्रबाबू नायडू की मानसिकता राजनीति के लिए भगवान का इस्तेमाल करने की है। उन्होंने कहा कि यह ध्यान भटकाने की राजनीति है। एक तरफ लोग चंद्रबाबू नायडू के 100 दिन के शासन को लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। वे पूछ रहे हैं कि उनके ‘सुपर सिक्स’ का क्या हुआ। लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह मनगढ़ंत कहानी रची जा रही है। उन्होंने कहा कि घी में मिलावट के आरोप अति गंभीर हैं।