जीवित्पुत्रिका के दिन ही रीना की सुनी हुई गोद, डूबने से बेटे की हुई मौत

जीवित्पुत्रिका के दिन ही रीना की सुनी हुई गोद,  डूबने से बेटे की हुई मौत

- घाट के समीप खड़ी स्टीमर के पास ही डूबे तीन किशाेर, दो बचा ली गई जान

- लोगों ने प्रशासन की उदासीनता को बताया घटना का जिम्मेदार

केटी न्यूज / बक्सर (सिमरी)

जिले के तिलक राय हाता ओपी अंतर्गत हनुमान घाट पर रविवार को एक किशोर की डूबने से मौत हाे गई। घटना जीवित्पुत्रिका के दिन ही घटी। जब माताएं अपने बेटों की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। मृतक की पहचान खैरापट्टी गांव निवासी मरकट कमकर के पोते व सरोज खरवार का 12 वर्षीय पुत्र धीरज खरवार बताया जा रहा है। जो अपने दो दोस्तों के साथ घाट पर नहाने के लिए गया था। हालांकि, तीनों घाट के समीप ही खड़ी स्टीमर के समीप नहा रहे थे। जहां पानी का अंदाजा नहीं होने के कारण तीनों डूबने लगे। तब तक घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं और लोगों ने शोर मचाना शुरू किया। जिसके बाद तीनों लड़कों को पानी से बाहर निकालने में लोग जुट गए। इस दौरान बचाव में लगे लोगों ने दो किशोरों को बाहर निकाल लिया। लेकिन, धीरज खरवार को बाहर नहीं निकाला जा सका। वह पानी की लहर में डूब गया। जहां घंटों तलाश करने के बावजूद भी वो नहीं मिला। जिसके बाद उसके घर में कोहराम मच गया। धीरज की मां रीना देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। घटना के काफी देर बाद एसडीओ कुमार पंकज केद स्तर से बचाव दल को रवाना किया गया। लेकिन, देरशाम तक किशोर का कुछ पता नहीं चल सका।

मामले में घाट पर नहाने को आए श्रद्धालु राकेश पांडेय ने बताया कि जब वो गंगा में नहा रहे थे, तब यह घटना घटी। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना उन्होंने सिमरी बीडीओ और सीओ को देनी चाही। लेकिन, दोनों का नंबर नहीं लग सका। उसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी डुमरांव एसडीओ को दी। जिनके प्रयास से तत्काल बचाव दल वहां पहुंचा। उन्होंने बताया कि यह घटना यहां के लिए आम हो चुकी है। कोई भी पर्व-त्यौहार में यहां भारी संख्या में लोगों का जुटान हो जाता है। लेकिन, प्रशासन की ओर से यहां पर सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जाती। जिसके कारण कई बार इस प्रकार के हादसे होते रहते हैं। यदि प्रशासन की ओर से पर्व-त्यौहारों के अवसर पर सुरक्षा के लिए बैरिेकेडिंग कर दी गई होती, तो यह हादसा होता ही नहीं।