बिहार में कटा 8 सांसदों का पत्ता, लोकसभा के लिए टूटा इनका सपना
लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो चुका है लेकिन बिहार में किसी पार्टी ने अभी तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया
केटी न्यूज़/पटना
लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो चुका है लेकिन बिहार में किसी पार्टी ने अभी तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है,हालांकि आज एनडीए ने दिल्ली में गठबंधन की पार्टियों के बीच सीट बंटवारे का ऐलान किया है।
दिल्ली के बीजेपी कार्यालय में हुए प्रेस कांफ्रेंस में एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का ऐलान किया गया।इसके मुताबिक भाजपा 17 सीटों पर, जेडीयू 16 सीटों पर, लोजपा पांच सीटों पर, उपेंद्र कुशवाहा की रालोद एक सीट पर और जीतन राम मांझी की हम एक सीट पर चुनाव लडेगी,बता दें कि पिछली बार बीजेपी और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।
पिछली बार लोजपा को 6 सीट मिली थी।लोजपा बाद में दो हिस्सों में विभाजित हुई, सिर्फ एक सांसद वाली चिराग के नेतृत्व वाले लोजपा को पांच सीट दी गयी है।सीट बंटवारे में तय फार्मूले के मुताबिक जेडीयू ने अपनी दो सीटिंग सीट छोड़ी है।जेडीयू के कब्जे वाली दो सीटों गया और काराकाट को उपेंद्र कुशवाहा औऱ जीतन राम मांझी को दे दिया गया है। गया से जेडीयू के विजय कुमार मांझी सांसद हैं।वहीं, काराकाट में जेडीयू के महाबली सिंह सांसद हैं। दोनों की सीट राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हम पार्टी को दे दी गयी है, यानि विजय कुमार मांझी और महाबली सिंह उम्मीदवारों के नाम के ऐलान से पहले ही बेटिकट हो गये हैं.एनडीए में सीट बंटवारे के ऐलान के साथ ही बिहार के 8 सांसदों का पत्ता साफ हो गया है।जाहिर है ऐसे 8 सांसद हैं, जिनकी इस दफे संसद सदस्यता जाती दिख रही है। ये स्थिति तब है जब किसी पार्टी ने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है।बीजेपी के कुछ मौजूदा सांसदों का टिकट कटने की चर्चा आम है। ऐसे में ये संख्या और बढ सकती है।
उधर बीजेपी ने भी अपने कब्जे वाली एक सीट छोड़ दी है।बीजेपी ने शिवहर सीट जेडीयू को सौंप दिया है।इस सीट से भाजपा की रमा देवी सांसद हैं।जेडीयू इस सीट से लवली आनंद को लड़ाने जा रही है यहां से रमा देवी का पत्ता साफ हो गया है।
सबसे बुरी स्थिति पशुपति कुमार पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की हुई है।उन्हें एनडीए गठबंधन से बाहर कर दिया गया है। हाजीपुर से सांसद पशुपति कुमार पारस, समस्तीपुर से प्रिंस राज, खगड़िया से महबूब अली कैसर, नवादा से चंदन सिंह और वैशाली से वीणा देवी एनडीए के टिकट से बेदखल हो गये हैं। वैसे ये पांचों सांसद चुनाव लड़ने के लिए लगातार जुगत लगा रहे हैं। वीणा देवी और महबूब अली कैसर चिराग पासवान के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं।वहीं पशुपति पारस औऱ प्रिंस राज राजद के संपर्क में हैं,लेकिन उनका एडजस्टमेंट हो पाना बेहद मुश्किल दिख रहा है।
चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के नेताओं की बैठक में ऐलान कर दिया है कि उऩ्हें धोखा देने वाले पांचों सांसदों को किसी सूरत में टिकट नहीं दिया जायेगा।राजद भी पशुपति पारस औऱ प्रिंस राज में कोई अभिरूचि नहीं दिखा रहा है।पारस गुट के चंदन सिंह नवादा से सांसद हैं और बाहुबली सूरजभान के भाई हैं।नवादा सीट बीजेपी ने अपने पास रख ली है।बीजेपी वहां से राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को चुनाव लड़ाना चाहती है, जाहिर है फिर चंदन सिंह की एनडीए में कोई गुंजाइश नहीं है।
चर्चा ये भी है कि सूरजभान ने भी राजद से संपर्क साधा है,लेकिन नवादा सीट पर राजद परंपरागत तौर पर यादव उम्मीदवार को लड़ाती रही है। राजद नेता जानते हैं कि सूरजभान के भाई को टिकट देने के बाद भी उनकी जाति के लोग राजद को वोट देने वाले नहीं है।ऐसे में राजद में चंदन सिंह की गुंजाइश लगभग न के बराबर नजर आ रही है।