कार्रवाई, कठार में अवैध रूप से संचालित दो आरा मशीन को उखाड़ ले गई वन विभाग की टीम
अवैध ढंग से संचालित आरा मशीनों के खिलाफ वन विभाग की टीम ने शिकंजा कस दिया है। इसी कड़ी में बुधवार को कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के कठार गांव में अवैध रूप से संचालित हो रहे दो आरा मशीन पर वन विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी किया।

- वन विभाग की टीम ने दोनों आरा मशीनो से बरामद लकड़ियों को किया जब्त, विभाग की कार्रवाई से अवैध रूप से आरा मशीन चलाने वालों में मचा हड़कंप
केटी न्यूज/कृष्णाब्रह्म
अवैध ढंग से संचालित आरा मशीनों के खिलाफ वन विभाग की टीम ने शिकंजा कस दिया है। इसी कड़ी में बुधवार को कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के कठार गांव में अवैध रूप से संचालित हो रहे दो आरा मशीन पर वन विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी किया।
इस दौरान आरा मशीन संचालक फरार हो गये। टीम ने दोनों आरा मशीन को उखाड़कर अपने साथ ले गई, साथ ही वहां रखी गई लकड़ियों को भी जब्त कर लिया तथा संचालकों के विरूद्ध वन विभाग के अधिनियमों के तहत मामला दर्ज करने की बात कही है।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों जिला पर्यावरण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने जिले में संचालित हो रहे अवैध आरा मशीनों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इसी के आलोक में यह कार्रवाई की गई है। वन विभाग की टीम को जानकारी मिली थी कि कठार गांव में राजेन्द्र सिंह व तारकेश्वर सिंह अवैध रूप से आरा मशीन का संचालन करते है।
जिसके बाद टीम द्वारा छापेमारी किया गया। वहीं, वन विभाग के सूत्रों की मानें तो उनके रडार पर कई अन्य मिल संचालक है, जिनके खिलाफ जल्दी ही कार्रवाई की जाएगी।वन विभाग के सूत्रों का कहना है कि पूरे जिले में अवैध ढंग से संचालित होने वाले आरा मशीनों की जानकारी उनके पास है तथा छापेमारी के लिए रोस्टर तैयार कर लिया गया है।
जल्दी ही उनके खिलाफ छापेमारी कर उनके आरा मशीन को उखाड़ने के साथ ही उनपर नियमों के मुताबिक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी करने वाली टीम में बक्सर, आरा व पीरो के वनों के क्षेत्र पदाधिकारी, वनकर्मी, वनरक्षी तथा कृष्णाब्रह्म थाने की पुलिस टीम मौजूद थी।
छापेमारी के दौरान टीम को मिली कई अनियमितताएं
मिली जानकारी के अनुसार टीम जब छापेमारी करने आई तो उक्त आरा मशीन का निबंधन नहीं मिला। वहीं, मिल पर बरामद लकड़ियां भी चोरी की बताई जा रही है। विभागीय जानकारों का कहना है कि आरा मशीन संचालन के लिए किसान या टीपो द्वारा खरीदी गई लकड़ियों को ही वैध माना जाता है, लेकिन दोनों जगहों पर जो लकड़ियां बरामद हुई है
उसके खरीदगी का कागजात विभाग द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया। जिससे स्पष्ट हो गया कि यह लकड़िया वन विभाग की है। वन विभाग के अधिकारियों की माने तो धारा पांच के तहत आरा मशीन को व धारा 8 के तहत लकड़ियों को जब्त किया गया है।
कृष्णाब्रह्म थानाध्यक्ष नीतीश कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि वन विभाग की टीम ने दो आरा मशीन पर छापेमारी कर उसे अपने साथ उखाड़कर ले गई है। उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा मशीन के साथ ही लकड़ियों को भी जब्त कर लिया गया है।
वहीं, दूसरी तरफ वन विभाग की इस कार्रवाई से जिले में अवैध रूप से आरा मशीन चलाने वाले संचालकों में हड़कंप मच गया है। जानकारों का कहना है कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर आरा मशीन का संचालन किया जाता है, जिनमें कई अवैध रूप से संचालित हो रहे है।