बक्सर के आईसीयू में पदस्थापन होने के बाद फरार एनेस्थेटिक आरा में चला रहे क्लीनिक
पिछले महीने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा के ऐन पहले सदर अस्पताल में आनन-फानन में आईसीयू व्यवस्था को आनन फानन में खोलने का निर्देश सिविल सर्जन ने दिया था, इसके लिए रात में पत्र जारी किया गया था, लेकिन सदर अस्पताल के इकलौते एनेस्थेटिक डॉ. अजित कुमार सिंह लंबी छुट्टी पर चले गए, जिस कारण आईसीयू व्यवस्था शुरू नहीं हो पाया है।

सदर अस्पताल में एनेस्थेटिक के अभाव में नहीं शुरू हो पा रहा आईसीयू व्यवस्था
केटी न्यूज/बक्सर
पिछले महीने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा के ऐन पहले सदर अस्पताल में आनन-फानन में आईसीयू व्यवस्था को आनन फानन में खोलने का निर्देश सिविल सर्जन ने दिया था, इसके लिए रात में पत्र जारी किया गया था, लेकिन सदर अस्पताल के इकलौते एनेस्थेटिक डॉ. अजित कुमार सिंह लंबी छुट्टी पर चले गए, जिस कारण आईसीयू व्यवस्था शुरू नहीं हो पाया है।
इस मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। विभाग की नजर में बीमार चल रहे एनेस्थेटिक डॉ. अजित कुमार सिंह स्वास्थ्य लाभ के बदले आरा में अपने निजी क्लीनिक में मरीजों का धड़ल्ले से इलाज कर रहे है। इस दौरान उन्हें देख कही से ऐसा नहीं लगा रहा था कि वे लंबी बीमारी से जूझ रहे है। हालांकि, मीडिया के कैमरे में मरीज का इलाज करते कैद होने के बाद उन्होंने मामले में सफाई दी कि वे आपरेशन के बाद अक्सर बीमार हो जा रहे है, जिस कारण छुट्टी पर जा रहे है। वहीं, सीएस शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती ने इसे अपने क्षेत्राधिकार से बाहर का मामला बताया। वहीं, राजपुर व बक्सर विधायक ने इस मामले को बिहार विधानसभा में उठाने की बात कही।
सदर अस्पताल में आईसीयू व्यवस्था शुरू करने के लिए आंदोलन करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता हरेकृष्ण यादव ने बताया कि एक मरीज आरा स्थित डॉ. अजीत सिंह के निजी क्लीनिक पर फीस देकर इलाज कराया। इस दौरान मरीज के परिजनों ने वीडियो बनाया है। जिससे स्पष्ट हो रहा है कि डॉक्टर झूठा बहाना बनकर यहां से चले गए है। ताकि आईसीयू की व्यवस्था शुरू नहीं हो सके।
आईसीयू खुलवाने की मांग को लेकर शनिवार को हरेकृष्ण यादव सहित कई लोग सदर अस्पताल में पहुंचे थे। सभी की मांग थी कि गरीबों के बेहतर इलाज के लिए यह व्यवस्था यथाशीघ्र शुरू की जाए। वहीं, विभागीय सूत्रों का कहना है कि डॉ. अजित इसके पहले भी विभागीय छुट्टी पर जा चुके है।
20 मार्च को वायरल हुआ है वीडियो :
इस मामले में बीते 20 मार्च को एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि डॉ. अजीत कुमार सिंह आरा स्थित अपने निजी क्लीनिक में मरीजों का इलाज कर रहे है। हालांकि, केशव टाइम्स इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। बावजूद वीडियो वायरल होने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे है।
स्पाइनल का कराया है आपरेशन :
वीडियो वायरल होने के संबंध में जब डॉ. अजीत सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं स्पाइनल का आॅपरेशन कराया हूं, जिस कारण अक्सर छुट्टी पर चला जाता हूं। इसी कारण से इस बार भी छुट्टी लिए है। हालांकि इस बात जवाब देने से कतराते रहे कि वह अपने निजी क्लीनिक में मरीजों का इलाज कर रहे थे या नहीं। आईसीयू खोलने के संबंध में कहा कि अन्य डॉक्टर, स्टाफ सहित अन्य जरूरी उपकरण के बारे में वह सिविल सर्जन को जानकारी दें चुके है। जब यह सब पूरा हो जाएगा। तब आईसीयू की व्यवस्था शुरू होगी।
सदन में उठेगा मामला :
सदर अस्पताल में आईसीयू का संचालन के बदले बीमारी का बहाना बना आरा में निजी क्लीनिक चलाने वाले डॉ. अजित कुमार सिंह के संबंध में जब डुमरांव विधायक डॉ. अजीत सिंह कुशवाहा व राजपुर विधायक विश्वनाथ राम से से बात की गई तथा वायरल वीडियो का हवाला दिया गया तो दोनों विधायकों ने इसे बेहद गंभीर मामला बताया और कहा कि इस मामले को बिहार विधानसभा में उठा ऐसे लापरवाह डॉक्टरों पर क्या कार्रवाई हो रही है इसका जवाब सरकार एवं स्वास्थ्य मंत्री से मांगा जाएगा।
नहीं मिली है छुट्टी, मेल के माध्यम से दी सूचना:
मामले में सिविल सर्जन डॉ. शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती ने बताया कि यह मेरे क्षेत्राधिकार से बाहर का मामला है। जिलाधिकारी के निर्देश डॉ. अजित कुमार सिंह का पदस्थापन सदर अस्पताल में की गई। मुख्यमंत्री के प्रगति यात्रा के बाद उन्होंने सिविल सर्जन कार्यालय में छुट्टी का आवेदन दिया था। लेकिन, उनकी छुट्टी स्वीकृत नहीं हुई। इसके बाद से वो लापता हैं। इस बीच सूचना मिली की वो आरा में क्लीनिक चला रहे हैं। इसके बाद विभाग को इसकी जानकारी दी गई। जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने मेल के माध्यम से बीमारी की जानकारी दी है। हालांकि, विभाग से इन पर कार्रवाई की मांग की जाएगी।