पोलियो के खतरें से बचाने के लिए 0-5 वर्ष के सभी बच्चों को पिलाए दवा - डीएम
जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने रविवार को पांच दिवसीय राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत की। उन्होंने किला मैदान के समीप स्थित महादलित बस्ती में नवजात शिशु को पोलियो की दो बूंद खुराक पिलाकर अभियान की शुरूआत किये। यह अभियान 17 से 21 नवंबर तक आयोजित हो रहा है।
- स्लम बस्ती के नवजात को पोलियों की दवा पिला डीएम ने की राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत, 17 से 21 नवंबर तक चलेगा पल्स पोलियों अभियान
केटी न्यूज/बक्सर
जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने रविवार को पांच दिवसीय राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत की। उन्होंने किला मैदान के समीप स्थित महादलित बस्ती में नवजात शिशु को पोलियो की दो बूंद खुराक पिलाकर अभियान की शुरूआत किये। यह अभियान 17 से 21 नवंबर तक आयोजित हो रहा है।
जिलाधिकारी ने बताया कि 27 मार्च 2014 को हमारे देश को पोलियो मुक्त राष्ट्र घोषित किया जा चुका है। वर्तमान में हमारे पड़ोसी देशों अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान में पोलियो वायरस का संक्रमण जारी है। डीएम ने कहा कि जब तक विश्व में कहीं भी पोलियो का संक्रमण जारी है, राज्य में पोलियो वायरस के पुनः आने का खतरा बना हुआ है। इस खतरे से बचाव के लिए उच्च गुणवत्ता के पल्स पोलियो अभियान के द्वारा 0 से 5 वर्ष के शत प्रतिशत बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाना है।
जिलाधिकारी ने बताया कि भारत सरकार के निर्देश के आलोक में 17 से 21 नवंबर तक सभी जिलों में राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।
बक्सर में 2.57 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो की दवा
अभियान के उद्घाटन के मौके पर डीएम ने बताया कि बक्सर जिले के लगभग तीन लाख घरों में 0 से 5 वर्ष के सभी 2 लाख 57 हजार बच्चों को पोलियो का खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके लिए जिले में 623 घर-घर टीम, 137 ट्राजिट एवं मोबाइल टीम को रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, चिमनी भट्टा एवं घुमंतू आबादी के सभी बच्चों को दवा पिलाने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है, जिसकी निगरानी 227 पर्यवेक्षको के द्वारा किया जाएगा।
डीएम ने कहा कि यह राष्ट्रीय अभियान है, इस अभियान में लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पल्स पोलियो अभियान केेे लिए प्रतिनियुक्त वेक्टिनेटरो एवं अन्य कर्मियों को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप नवजातो को पोलियो की खुराक पिलाने को कहा। डीएम ने मॉनिटरिंग करने वाली टीम को भी हर जगह इस बात की निगरानी करने का निर्देश दिया कि पोलिया की दवा सभी जगहो पर 0-5 वर्ष के बच्चों को पिलाई जा रही है कि नहीं। उन्होंने हर दिन का प्रतिवेदन भी विभाग को देने को कहा है।
कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए जीएनएम कॉलेज की छात्राओं ने प्रभात फेरी निकाली एवं स्कूलों से प्रभात फेरी तथा यूनिसेफ के सहयोग से मस्जिद एवं रेलवे स्टेशनों पर प्रचार प्रसार के लिए एनाउंसमेंट से किया जा रहा है। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग कार्यक्रम की सफलता के लिए सजग एवं सतर्क है।
कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. अरूण कुमार श्रीवास्तव, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, एसएमओ, एसएमसी एवं अन्य संबंधित उपस्थित थे।