बक्सर में हथियार तस्करी रैकेट का भंडाफोड़: मुंगेर कनेक्शन उजागर, महिला समेत छह हिरासत में
बक्सर जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत दलसागर गांव में शुक्रवार की रात पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने अवैध हथियारों के अंतरराज्यीय सप्लाई रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए भारी मात्रा में देसी कट्टा, पिस्तौल, मैगजीन और बड़ी संख्या में जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। हथियारों पर "मुंगेर ब्रांड" का निशान स्पष्ट रूप से अंकित है, जो इस रैकेट के मुंगेर से जुड़े होने की पुष्टि करता है।

केटी न्यूज/बक्सर।
बक्सर जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत दलसागर गांव में शुक्रवार की रात पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने अवैध हथियारों के अंतरराज्यीय सप्लाई रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए भारी मात्रा में देसी कट्टा, पिस्तौल, मैगजीन और बड़ी संख्या में जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। हथियारों पर "मुंगेर ब्रांड" का निशान स्पष्ट रूप से अंकित है, जो इस रैकेट के मुंगेर से जुड़े होने की पुष्टि करता है।
इस अभियान में पुलिस ने एक महिला समेत कुल छह संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनमें से दो आरोपी मुंगेर जिले के निवासी हैं, जबकि बाकी चार स्थानीय दलसागर गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पूछताछ में कई अहम जानकारियाँ सामने आई हैं, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि यह नेटवर्क बिहार ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों में भी सक्रिय था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दलसागर गांव में कुछ संदिग्ध लोगों द्वारा एक घर में अवैध हथियार जमा किए जाने की गुप्त सूचना मिली थी। इन हथियारों का उपयोग किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए किया जाना था। सूचना के सत्यापन के बाद देर रात औद्योगिक थाना पुलिस की टीम ने छापेमारी कर घर से हथियारों का जखीरा बरामद किया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, बरामद हथियारों की संख्या और गुणवत्ता ने उन्हें भी चौंका दिया।
हिरासत में लिए गए लोगों से प्रारंभिक पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। गिरफ्तार आरोपियों ने कुछ ऐसे नाम और ठिकानों की जानकारी दी है, जहां से यह हथियार सप्लाई किए जाते थे या आगे भेजे जाने की योजना थी। पुलिस ने अब इन सुरागों के आधार पर अन्य संभावित ठिकानों पर भी छापेमारी तेज कर दी है।
औद्योगिक थानाध्यक्ष ने बताया कि यह नेटवर्क केवल स्थानीय स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी जड़ें दूर-दराज के इलाकों तक फैली हो सकती हैं। तकनीकी साक्ष्यों और मोबाइल रिकॉर्ड्स की सहायता से पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए छापेमारी और पूछताछ का सिलसिला लगातार जारी है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी इस कार्रवाई को बड़ी कामयाबी बताया है। उनके अनुसार, यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और अवैध हथियारों की आपूर्ति के जरिये अपराध जगत में गहरी पैठ बना चुका था। मुंगेर में निर्मित देसी हथियारों की पहचान पहले से ही अपराधियों में “ब्रांड वैल्यू” के रूप में होती रही है, और इस रैकेट में भी उन्हीं हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा था।
पुलिस ने इस मामले को लेकर अब तक सार्वजनिक रूप से विस्तृत जानकारी नहीं दी है, लेकिन वरीय अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे रैकेट का खुलासा कर प्रेस के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की जाएगी।यह कार्रवाई न केवल बक्सर पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, बल्कि यह पूरे प्रदेश में सक्रिय हथियार तस्करी नेटवर्क पर लगाम कसने की दिशा में एक निर्णायक कदम भी माना जा रहा है।