दीपावली नजदीक आते ही डुमरांव अनुमंडल में बेखौफ हो रहा जुआ का खेल प्रशासन मौन
दीपावली का पर्व जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहा है वैसे-वैसे जुआरी जुआ खेलने में मशगूल हो गए हैं। डुमरांव थाना क्षेत्र सहित अनुमंडल के कई ईलाकों में जुए का संचालन बेखौफ तरीके से हो रहा है। डुमरांव के वार्ड नम्बर 6 के पकड़ी मुहल्ला काली मंदिर के पिछे चौक स्थान में जुआरियों के इस तरह खुले स्थान पर जुआ खेलने से यह लगता है कि उन्हें पुलिस प्रशासन का कोई भय नहीं है।
- जुए के संचालन में जुड़े है प्रतिष्ठित व्यवसायी व सफेदपोश
केटी न्यूज/डुमरांव।
दीपावली का पर्व जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहा है वैसे-वैसे जुआरी जुआ खेलने में मशगूल हो गए हैं। डुमरांव थाना क्षेत्र सहित अनुमंडल के कई ईलाकों में जुए का संचालन बेखौफ तरीके से हो रहा है। डुमरांव के वार्ड नम्बर 6 के पकड़ी मुहल्ला काली मंदिर के पिछे चौक स्थान में जुआरियों के इस तरह खुले स्थान पर जुआ खेलने से यह लगता है कि उन्हें पुलिस प्रशासन का कोई भय नहीं है। इसके साथ ही डुमरांव रागजगढ़ चौक, चारमोटिया ईलाके, सफाखाना रोड़, शिला सिनेमा रोड़, बंधन पटवा की गली समेत शहर दर्जनों इलाकों में जुआ का धंधा चरम पर है। पुलिस और अनुमंडल प्रशासन के नाक तले गैर कानूनी खेल खेला जा रहा है। परन्तु अब तक कोई बड़ी कर्रवाई नही की गई। जानकारों की मानें तो कई सफेदपोश व कई नामी गिरामी शहर के व्यवसायी संचालन करते है। इसलिए पुलिस की प्रत्येक गतिविधी का थाने में कार्यरत प्राइवेट स्टाफों से मिल जाती है। जिससे उनकी रेड़ सफल नही हो पाती है। दुसरी बात की निजी खंडहर बने मकानों व सुनसान इलाकों को संचालन करने वाले चयन करते है। आधी रात को धंधा चरम पर होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि पुलिस को इसकी खबर न हो लेकिन प्रशासन जान बूझकर इस गैर कानूनी खेल से अनजान बना बैठा है। यहां से गुजरने वाले लोग उन्हें देख रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चे इस खेल को देखकर आकर्षित हो रहे हैं। इतना ही नहीं बच्चे भी जुआरियों की भीड़ में एकत्रित होकर सौ-पचास रुपये का दाव लगाने से पीछे नहीं हट रहे हैं। इससे आने वाले समय में बच्चों का इस प्रकार के खेलों से बुरा असर पड़ेगा। वहीं कोरानसराय थाना क्षेत्र में मठिला, कोरानसराय, नावाडीह समेत कई गांवों त्योहारों पर जुआ का संचालन शुरू हो गया है।