आशा कार्यकर्ताओं ने सीएस कार्यालय का किया घेराव
बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ के आह्वान पर शनिवार को बक्सर इकाई आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ द्वारा अपनी मांगों को ले सिविल सर्जन का घेराव किया गया जहा जमकर नारे बाजी की गई।
केटी न्यूज/बक्सर
बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ के आह्वान पर शनिवार को बक्सर इकाई आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ द्वारा अपनी मांगों को ले सिविल सर्जन का घेराव किया गया जहा जमकर नारे बाजी की गई। आशाओं ने कहा सरकार आशाओं को शोषण के साथ दमनकारी नीति न अपनाएं। नहीं तो बाध्य होकर संघ हड़ताल जैसे कदम उठाने को मजबूर हो जाएगा।
इन लोगों द्वारा बताया गया कि भला पांचवी व आठवीं पास आशा लॉगिंग जैसे तकनीकी कार्यों में सक्षम नहीं कैसे हो जाएंगी। उसे आयुष्मान कार्ड बनाने के साथ-साथ आभा पर अपलोड कैसे कर सकेंगी। ऐसे कार्यों पर हमपर दबाव बनाया जाता है। साथ ही चयन मुक्त करने की धमकी दी जा रही है, जिससे आशाओं में भय व्याप्त है। आठवीं पास आशा कार्यकर्ता सर्वेक्षण तो कर सकती मगर, डाटा अपलोड कैसे करेंगी? हमारी मांग पूरा नहीं किया जा रहा, ऊपर से मोबाइल दे आयुष्मान कार्ड बनाने का दबाव भला पांचवी और आठवी पास आशा से कैसे हो सकता है।
नेतृत्व कर रहे आशा के जिला संयोजक अरुण कुमार ओझा ने कहा कि लाभार्थियों को उप-केंद्र तक पहुंचाने का कार्य आशा कार्यकर्ताओं का दायित्व है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किए गए समझौतों को अब तक लागू नहीं किया गया है। जो अभी तक लंबित है। यदि प्रदर्शन के बाद भी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो संघ हड़ताल जैसे कदम उठाने को बाध्य होगा। वही, बिहार चिकित्सा और स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री आनंद सिंह ने कहा गाइडलाइन के अनुसार जो कार्य आमंत्रित है उसके अतिरिक्त भी कई सामाजिक कार्यक्रमों में बिना प्रोत्साहन राशि के कार्य कराया जाता है जिसे आशा संपादित करती है। लेकिन, आयुष्मान कार्ड बनाने तथा आभा पोर्टल पर अपलोड करने जैसी तकनीकी कार्रवाई करने में वे सक्षम नहीं है।
विगत हड़ताल के दौरान किए गए समझौते के अनुसार राज्य निधि से 1000 के बजाय 2500 रूपए राशि मानदेय करने, अविलम्ब किए गए समझौते को लागू नहीं किया गया तो आयुष्मान कार्ड बनाने एवं आभा पोर्टल पर अपलोड करने जैसी कार्रवाई को वापस लिया जाए अन्यथाबाध्य होकर बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ अपने बैनर तले राज स्तरीय प्रदर्शन करेगा तथा पुनः अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के लिए बाध्य होगा। इस दौरान, परमहंस सिंह, मंजू देवी, विमला देवी, प्रमिला देवी, शीला देवी, लीला देवी, नीतू देवी, संतोषी देवी आदि ने संबोधित किया। मौके पर दर्जनों आशा कार्यकर्ता मौजूद थी।