बैंक डिफाल्टरों की अब खैर नहीं, होगी कार्रवाई
- एसडीओ ने बैंक कर्मियों के साथ की बैठक, बड़े बकायेदारों की सूची बनाने में जुटा बैंक प्रबंधन
केटी न्यूज/डुमरांव
लोन या सरकारी राशि लेकर घर बैठने वाले की खैर नहीं है। ऐसे बकायदारों की अब सूची बनायी जायेगी। जिलाधिकारी ने नीलामवाद के निष्पादन में तेजी लाने के लिए नीलाम पत्र पदाधिकारियों को सख्ती से वसूली कराने का निर्देश दिया। जिसके आलोक में शुक्रवार को अनुमंडल के सभागार में शहर के तमाम बैंक कर्मियों और प्रतिनिधियों की एक आवश्यक बैठक आयोजित की गयी, जिसकी अध्यक्षता स्थानीय एसडीओ राकेश कुमार ने किया।
उन्होंने सभी शहर तथा ग्रामीण इलाके के बड़े बकायेदारों की सूची तैयार करने को कहा है। वैल्यू एमाउंट के आधार पर बकायेदारों की सूची घटते हुए क्रम में देना है। बतादें कि क्षेत्र में बड़ी संख्या में ऐसे लोन धारक हैं जो बैंक से लोन लेने के बाद भुगतान नहीं कर रहे है। इसको लेकर बैंक अब रिकवरी के लिए सख्त कदम उठाने वाला है।
अधिकतम दो सुनवाई के बाद बकायेदारों को कानूनी नोटिस निर्गत करने की बात कही गयी थी। इसके बाद चेतावनी भेजते हुए वारंट निर्गत करना था। नोटिस में 15 दिनों का समय देना था, जिसमे पार्टी आकर अपना आपत्ति दर्ज करेगी। अंतिम रूप से समय समाप्ति के बाद बकाएदारों की अचल संपत्ति नीलाम कर बकाये की राशि वसूल की जाती है।
अधिकारियों ने कहा कि हर माह एक लाख से ऊपर वाले बकायेदारों को चिह्नित करते हुए तत्काल वसूली करनी है। इसकी प्रत्येक माह समीक्षा की जायेगी। इसकी सूची उपलब्ध कराते हुए पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया
है। सभी नीलाम पत्र अधिकारियों के माध्यम से सप्ताह वार वादों का संचालन कराते हुए नोटिस निर्गत करने, सुनवाई करने एवं वसूली सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है। बैठक में सभी बैंक शाखाओं के प्रबंधक और प्रतिनिधि शामिल थे।