सावधान, डुमरांव में सक्रिय है यूपीआई क्लोन ऐप से व्यवसायियों को लूटने वाला गिरोह
यदि आप व्यवसायी है तथा यूपीआई से पैसे का लेन देन करते है तो सावधान हो जाइए। डुमरांव में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो यूपीआई के क्लोन ऐप के जरिए पलक झपकते ही आपकों झांसे में ले हजारों रूपए के सामान ले उड़ सकता है। पिछले कुछ महीनों में इसमें तेजी आई है तथा अकेले डुमरांव तथा आस पास के क्षेत्रों में अबतक आधा दर्जन मामले सामने आ चुके है।

-- अबतक सामने आ चुके है आधा दर्जन से अधिक मामले,
-- क्लोन ऐप के जरिए व्यवसायियों की गाढ़ी कमाई लूटने वालों के गिरेबां तक नहीं पहुंच रहे है पुलिस के हाथ
केटी न्यूज/डुमरांव
यदि आप व्यवसायी है तथा यूपीआई से पैसे का लेन देन करते है तो सावधान हो जाइए। डुमरांव में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो यूपीआई के क्लोन ऐप के जरिए पलक झपकते ही आपकों झांसे में ले हजारों रूपए के सामान ले उड़ सकता है। पिछले कुछ महीनों में इसमें तेजी आई है तथा अकेले डुमरांव तथा आस पास के क्षेत्रों में अबतक आधा दर्जन मामले सामने आ चुके है।
पीड़ित दुकानदारों का कहना है कि क्लोन ऐप के जरिए चूना लगाने वाला गिरोह दुकानदारों को बिल्कुल समय नहीं देते है तथा पलक झपकते ही उनके सामान ले तथा ’फोन पे’ के क्लोन ऐप से पैसा डालने का झांसा दे तेजी से भाग निकलते है। इधर जब घंटो बाद भी दुकानदार के खाते में पैसा नहीं आता है तो उन्हें ठगी की बात समझ में आती है। इसके बाद दुकानदार पुलिस तक पहुंचते है, लेकिन स्थानीय पुलिस अभी तक एक भी मामले की उद्भेदन नहीं कर सकी है।
-- शातिर तरीके से काम करता है गिरोह
पीड़ित दुकानदारों का कहना है कि क्लोन ऐप के जरिए धोखाधड़ी कर पैसा हड़पने वाला गिरोह काफी शातिर तरीके से काम करता है। दुकानदारों का कहना है कि गिरोह के दो या तीन सदस्य एक ही बाइक से दुकान पर आते है तथा हजारों रूपए का सामान लेते है। इस दौरान इनका एक साथी बाइक पर बैठा रहता है। जैसे ही सामान पैक होता है तो वह बाइक स्टार्ट कर देता है जबकि एक हाथ मेें सामान लिए दूसरा ठग अपने मोबाईल से दुकान के स्कैनर को स्कैन कर पेमेंट करने का झांसा देता है तथा बड़ी चालाकी से क्लोन ऐप के जरिए पेमेंट सक्सेजफूल का मैसेज भी दिखा देता है और पलक झपकते ही बाइक पर बैठ फरार हो जाते है।
-- साफ्ट टॉरगेट बने है इलेक्ट्रिक दुकान
दुकानदारों का कहना है कि यूपीआई के क्लोन ऐप के जरिए गाढ़ी कमाई लूटने वाले गिरोह के साफ्ट टॉरगेट इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स विक्रेता बन रहे है। अबतक अधिकतर घटनाएं उन्हीं दुकानों पर हुई है जहां बिजली के तार, पंखा, कूलर आदि की बिक्री होती है। ऐसा करने वाले साइबर फ्राड हजारों रूपए का तार खरीद दुकानदार को क्लोन ऐप के जरिए चुना लगाते है।
दुकनदारों का कहना है कि इस मामले में पुलिस एफआईआर दर्ज करने के अलावे कोई सफलता हासिल नहीं कर सकी है। अबतक कई ऐसे मामलों में पीड़ित दुकानदारों ने शिकायत दर्ज कराई है, बावजूद पुलिस अबतक किसी भी मामले का उद्भेदन नहीं कर सकी है। वहीं, दुकानदारों का कहना है कि हाल ही में भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाने की पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को पकड़ा था, बावजूद पूरा गिरोह पकड़ में नहीं आ सका है।
केस स्टडी 1 - डुमरांव थाना के सामने नया तालाब रोड में थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित रवि इलेक्ट्रिक के प्रोपराइटर रवि कुमार ने बताया कि 11 मार्च 2025 को शाम में उसके दुकान पर एक बाइक से दो युवक आए तथा 35 हजार रूपए मूल्य का तार खरीदे, इस दौरान एक युवक बाइक पर बैठा था जबकि दूसरा तेजी से सामान ले स्कैनर को अपने मोबाइल से स्कैन कर पेमेंट करने का झांसा दिया तथा क्लोन ऐप के झूठे मैसेज को दिखा तेजी से चंपत हो गए। जबतक मैं कुछ समझ पाता तबतक दोनों फरार हो गए।
केस स्टडी 2 - नया भोजपुर के विद्या इलेक्ट्रिक पर फरवरी 2025 में ही दो युवक बाइक से आए तथा 47 हजार रूपए का तार खरीद क्लोन ऐप का मैसेज दिखा पेमेंट करने का झांसा दे तेजी से गायब हो गए। दुकानदार को जबतक समझ आता कि वह साइबर ठगो का शिकार बन चुका है, तबतक दोनों काफी दूर निकल गए थे। केस स्टडी 3 - थाना से महज 100 मीटर दूर बीडी मार्केट के बगल में स्थित डुमरांव इलेक्ट्रिक के प्रोपराइटर मधुभूषण पाठक का कहना है कि 14 सितंबर की शाम करीब तीन बजे उसके दुकान पर दो युवक बाइक से आए तथा 47.130 रूपए का तार खरीद क्लोन ऐप के जरिए पेंमेंट का झांसा दे फरार हो गए। पीड़ित ने इसकी शिकायत भी थाने में करवाई है। बावजूद घटना के एक सप्ताह बाद भी आरोपित पकड़े नहीं गए है।
-- कई अन्य घटनाएं भी शामिल
इसके अलावे भी डुमरांव में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी है, जिसमें क्लोन ऐप के जरिए दुकानदारों का हजारों का चुना लगाया जा चुका है। थाना के पास ही स्थित राज इलेक्ट्रिक से 27 हजार रूपए के तार, राजगोला स्थित आर्टिफिशियली फूल-माला व विवाह सामग्री बेचने वाले अंकित केशरी से 11 हजार रूपए की ठगी इस क्लोन ऐप के जरिए हो चुकी है। गिरोह को चिन्हित कर लिया गया है। पुलिस की उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर बनी हुई है। शीघ्र ही पूरा गिरोह पुलिस गिरफ्त में होगा। - संजय कुमार सिन्हा, थानाध्यक्ष, डुमरांव