गधे की मौत की खबर पकड़ने लगी तूल, आमने सामने आए ग्रामीण व बिजली कंपनी

प्रखंड के स्थानीय रामपुर गांव में विगत कुछ दिन पहले करंट की चपेट में आ एक गधे की मौत का मामला अब तूल पकड़ने लगा है।

गधे की मौत की खबर पकड़ने लगी तूल, आमने सामने आए ग्रामीण व बिजली कंपनी

- करंट से गधे की मौत के बाद ग्रामीणों ने पीएसएस में प्रदर्शन कर घंटों बंद कराई थी आपूर्ति, जेई ने 55 ग्रामीणों पर दर्ज कराया है एफआईआर

- ग्रामीणों ने बैठक कर एफआईआर वापस नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी

केटी न्यूज/केसठ 

प्रखंड के स्थानीय रामपुर गांव में विगत कुछ दिन पहले करंट की चपेट में आ एक गधे की मौत का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। इस मामले में एक तरफ विरोध प्रदर्शन कर करीब तीन घंटे तक पूरे प्रखंड क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति बंद कराने वाले 55 ग्रामीणों पर जहां जेई ने एफआईआर दर्ज कराया है वही, दूसरी तरफ अब ग्रामीण भी बिजली कंपनी के खिलाफ मुखर हो गए है। ग्रामीणों ने बैठक कर चेतावनी दिया है कि यदि जेई अपना एफआईआर वापस नहीं लेते है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। जबकि इस मामले में पीड़ित पशु पालक ने भी एससी-एसटी थाने में जेई के खिलाफ आवेदन दिया है। 

बता दें कि 11 सितंबर को प्रखंड के रामपुर गांव में बिजली के खंभे के संपर्क में आने से मौके पर ही ददन रजक के एक गधे की मौत हो गई थी। वही दूसरा गधा भी करंट की चपेट में आ गया था। उसको बचाने में दो लोग धनजी रजक और साथ में डिप्टी रजक भी घायल हो गए थे। घटना शाम के करीब 5 बजे हुई थी। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने रामपुर पावर सब स्टेशन पर जाकर मुख्य गेट पर बैठ गए और मुआवजे की मांग करने लगे साथ ही प्रदर्शन करने लगे और अधिकारियों को बुलाने की जिद पर अड़ी रहे। रात के  करीब 9 बजे तक ग्रामीणों द्वारा प्रदर्शन होता रहा। इस दौरान करीब दो घंटा 56 मिनट तक पावर सप्लाई पूरे प्रखंड की बाधित रही। जानकारी मिलने के बाद डुमरांव बिजली विभाग के एसडीओ राकेश कुमार दुबे पावर ग्रिड पहुंचे। स्थानीय लोगों से उन्होंने बातचीत की जिसके बाद पावर सप्लाई को चालू किया गया। मामले के शांत होने के बाद बिजली जेई अविनाश कुमार ने उक्त प्रदर्शनकारियों पर वासुदेवा थाने में एफआईआर करा दिया।

बिजली कंपनी का दावा एक लाख 46 हजार 429 रुपये का हुआ है नुकसान

इस पूरे मामले में बिजली विभाग ने पांच नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर वासुदेवा थाने में एफआईआर दर्ज करा दिया है। बिजली विभाग के कनीय अभियंता अवनीश कुमार की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई गई। आवेदन में उन्होंने लिखा है कि 5 लोगों द्वारा बटन चालक सुजीत कुमार और रवि कुमार को बंधक बना 11 केवीए का पॉवर सप्लाई बंद करा दिया। गांव के लोगों के कारण करीब 2 घंटा 56 मिनट बिजली बंद रही। जिसके कारण साउथ बिहार बिजली कंपनी को एक लाख 46 हजार 429 रुपए का नुकसान हुआ है।

किन किन लोगों पर हुई है एफआईआर

कनीय अभियंता द्वारा एफआईआर में रामपुर मुखिया प्रतिनिधि विकास चंद्र पांडेय उर्फ बसंत पांडे, सरपंच विष्णु देव पासवान के अलावा बीडीसी मंजू कुमारी और आलमगीर तथा आफताब को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। साथ ही 50 अज्ञात लोगाे के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। 

पीड़ित ने जेई के खिलाफ दर्ज कराया एफआईआर

घटना को ले पीड़ित ददन रजक ने एससी एसटी थाना बक्सर में बिजली जेई अविनाश कुमार पर बदसलूकी और जाति सूचक शब्द बोलने, गाली गलौज करने का आरोप लगा आवेदन दिया है। उन्होंने आवेदन में लिखा है कि मुआवजा की प्रक्रिया जानने के लिए मैं कनीय अभियंता से मिलने जा रहा था तो रास्ते में ही देख वे भड़क गए और मेरे साथ गाली गलौज करने लगे। इसकी पुष्टि करते हुए एससी एसटी थानाध्यक्ष मोना कुमारी ने बताया कि आवेदन मिला है जांच की जा रही है।

बिजली कंपनी की लापरवाही से हुई घटना

दूरभाष पर बात करने के क्रम में मुखिया प्रतिनिधि बसंत पांडेय ने कहा कि ये घटना विभाग की लापरवाही से हुई है। बिजली विभाग को क्षेत्र के जर्जर तारों, ट्रांसफार्मर में स्विच आदि लगाने की सूचना आवेदन के माध्यम से पूर्व में दी गई थी, लेकिन कर्मियों द्वारा इस पर कोई पहल अभी तक नहीं की गई। जिसके बाद ये घटना हो गई। उन्होंने बताया कि करीब आधे दर्जन पशुओं की जान अभी तक बिजली से जा चुकी है।