नेतृत्वकर्ताओं के उदासीनता से विहीन रहा बक्सर का सांस्कृतिक विकास - राजकुमार

बक्सर के सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का कार्य ही हमारे संगठन का मुख्य लक्ष्य है। हमेशा बक्सर के साथ साजिश होता रहा है। अब तक ऐसा कोई नेतृत्वकर्ता नहीं हुआ, जिससे कि बक्सर के सांस्कृतिक विकास हो। उक्त बातेें गुरुवार को महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने दरहपुर स्थित एक कैफे पर आयोजित प्रेसवार्ता में कही।

नेतृत्वकर्ताओं के उदासीनता से विहीन रहा बक्सर का सांस्कृतिक विकास -  राजकुमार

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर के सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का कार्य ही हमारे संगठन का मुख्य लक्ष्य है। हमेशा बक्सर के साथ साजिश होता रहा है। अब तक ऐसा कोई नेतृत्वकर्ता नहीं हुआ, जिससे कि बक्सर के सांस्कृतिक विकास हो। उक्त बातेें गुरुवार को महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने दरहपुर स्थित एक कैफे पर आयोजित प्रेसवार्ता में कही। 

उन्होंने कहा कि हम सरकार से सभी सांस्कृतिक स्थलों के पास आश्रम बनवाने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि हम पूरे बक्सर के लिए स्वाभिमान की लड़ाई लड़ रहे हैं। जिला जब नेतृत्व विहीन है तो इसका सांस्कृतिक विकास कैसे संभव है। यहां जो भी आता अपना पेट भरता है। बाहर से आये लोग यहां के लिए कुछ नहीं करते। कोई पूछने वाला नहीं कि बक्सर में यह क्या हो रहा हमेशा बक्सर के लिए साजिश होता रहा है। सभी पार्टी के लोग बक्सर को छलने का काम किया है

ऐसे नेतृत्वकर्ताओं वजह से ही बक्सर का अभी तक सांस्कृतिक विकास नहीं हो पाया। यह यहां के लोगों के लिए स्वाभिमान की लड़ाई है। मीडिया के द्वारा यह पूछने पर क्या आप किसी राजनीतिक पार्टी की इच्छा रखते है के जवाब में उन्होंने कहा कि हम यहा छह साल से कार्यरत हैं। फिलहाल कोई मेरी राजनीतिक इच्छा नहीं है। वे बताते है कि धार्मिक स्थल के पास मुर्गा मीट की दुकान का संचालन करना गलत है। इतने दिन में हमें सफलता मिली है।

अयोध्या के तर्ज अपने बक्सर का विकास करना चाहते हैं। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शाहाबाद संयोजक रविराज, कृष्णा शर्मा, राष्ट्रीय मिडिया समन्वयक अशोक उपाध्याय, अभिषेक राय, अनिल राय, अभिमन्यु राय आदि उपस्थित रहे।