बुुनियादी सुविधाओं से महरूम है बक्सर का वार्ड 23, मौन साधे है नप प्रशासन

बुुनियादी सुविधाओं से महरूम है बक्सर का वार्ड 23, मौन साधे है नप प्रशासन

बुुनियादी सुविधाओं से महरूम है बक्सर का वार्ड 23, मौन साधे है नप प्रशासन

_  जल जमाव के साथ कई अन्य समस्याओं का सामना करते हैं मोहल्लेवासी

-  बांस बल्ले के सहारे हो रही है बिजली की आपूर्ति

केटी न्यूज/ बक्सर

बक्सर शहर का वार्ड 23 मूल बहुत जरूरी सुविधाओं से भी वंचित है। इस वार्ड में मूलभूत सुविधाओं की बहाली के प्रति नगर परिषद प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन उदासीन बना हुआ है। आलम यह है कि बोर्ड की बैठक में नगर परिषद द्वारा इस वार्ड के विकास के लिए एक भी योजनाएं स्वीकृत नहीं की गई तो दूसरी तरफ बिजली कंपनी की लापरवाही से आज भी इस वार्ड में बास बल्ले के सहारे विद्युत आपूर्ति हो रही है। इस वार्ड में जल जमाव के साथ ही कई मूलभूत सुविधाओं से वार्ड के लोग परेशान है। योजनाओं के नहीं मिलने से वार्ड को विकास की योजनाओं से महरूम होना पडा है। सूत्रों की मानें तो वार्ड राजनीति का शिकार हो गया है। सूत्रों के अनुसार वार्ड 23 के साथ ही वार्ड 22 को भी एक भी योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। वहीं वार्ड के लोगों की मूल समस्याओं में जल जमाव के साथ ही साफ-सफाई तथा विद्युत की कुव्यवस्था शामिल है। जिसके कारण लोगों के घरों में जल जमाव हो गया है। इस कारण लोग जलालत की जींदगी जीने को मजबूर हो गये है। वहीं शहर के बीचों बीच स्थित वार्ड में थोडे बारिश होने पर लोगों को जलजमाव पार कर आवाजाही करनी पड़ती है।  वहीं महिलाओं तथा छोटे बच्चो को घर से निकलने में परेशानी होने लगती है। लोगों को सडक तक नहीं मिल पाई है। वार्ड में विकास की जरूरतों के बीच नगर परिषद ने वार्ड को एक भी योजना नहीं दी है।

बांस के सहारे विद्युत व्यवस्था

नगर के वार्ड 23 के लोग समय से विद्युत बिल का भुगतान करते है। उनके घरों में मीटर भी लगा हुआ है। लेकिन बिजली कंपनी ने पोल तक की व्यवस्था नहीं दी है। जिस  कारण लोगों ने बांस बल्ले के सहारे अपने घरों तक बिजली की व्यवस्था किया है। इससे बांस बल्लों पर तारों के मकडजाल में अपना तार पहचान करना भी मुश्किल होता है। वहीं हर समय गलियों में झूलते तारों से कभी भी अनहोनी की आशंका बनी हुई है। जिससे वार्ड में कभी भी बडी दुर्घटना घट सकती है। 

 पानी के निकास की नहीं है व्यवस्था 

वार्ड में पानी के निकास की भी व्यवस्था नहीं है। वहीं नालियों की पानी भी आस पास में खाली जमीन में ही गिरता है। थोडी बारिश होने के साथ ही वार्ड में कुछ निर्मित गलियों में भी दो-दो फीट तक पानी जमा हो जाता है। बारिश के खत्म होने के इतने दिनों बाद भी घरों में घूसा पानी अबतक नहीं निकला है। जिससे वार्ड के लोगों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। पूरे सोहनीपट्टी का पानी इसी वार्ड में गिरता है। जहां से निकास नहीं होने के कारण वार्ड के घरों में पानी भर जाता है। 

कहते है वार्ड पार्षद

-वार्ड में सत्र 2023-24 की योजनाओं में काफी भेदभाव नगर परिषद ने किया है। उनके वार्ड को कोई योजना नहीं दिया गया है। जबकि उनका वार्ड विकास कार्यों के मामले में काफी पिछडा हुआ है। जल निकासी की समस्या गंभीर है जिसको लेकर पहला योजना दिया गया था। लेकिन बोर्ड द्धारा उसे पास नहीं किया गया है। वार्ड को नगर परिषद ने पूरी तरह उपेक्षित कर दिया है। सरकारी जमीन है जहां जल जमाव होता है उसे पार्क बनाने की एजेंडा भी दिया गया था। जरूरत के मुताबिक सफाई कर्मी तक नहीं दिया जाता है। - गुड्डू कुमार, वार्ड पार्षद वार्ड नं 23 नगर परिषद बक्सर

कहती है कार्यपालक पदाधिकारी 

नगर परिषद पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद व निराधार है। बोर्ड की बैठक में एक माह पूर्व निर्णय लिया गया है। जिसका प्रकाशन भी किया गया है। सभी योजनाओं का बोर्ड के निर्णय के आधार पर टेंडर भी हो चुका है। सफाई की आवश्यकतानुसार मजदूरों को लगाया जाता है। वार्ड वार उनकी संख्या निर्धारित नहीं है।