देश के विभाजन को स्मृति दिवस के रूप में मना निकाला कैंडल मार्च
केटी न्यूज/डुमरांव
कोरानसराय मुख्य चौक पर बुधवार को सनातनी हिंदुओं के द्वारा 14 अगस्त 1947 को भारत के हुए विभाजन को में स्मृआक्रोश मार्च का नेतृत्व संतोष दुबे दयाशंकर तिवारी भोला जी तिवारी छोटू तिवारी हलचल प्रसाद नारद शाह उप मुखिया उमाकांत तिवारी पूर्णानंद मिश्रा मोहन तिवारी दुर्गा दत्त मिश्रा राम प्रसाद गोंड देवानंद चौरसिया पिंटू शाह अजीत केसरी योगेंद्र तिवारी अमित शाह जीवित प्रसाद चौरसिया नरेंद्र पांडे इत्यादि सैकड़ो लोग कैंडल आक्रोश मार्च में शामिल रहे दिवस के रूप में मनाया गया।
इस मौके पर पूरे बाजार में कैंडल मार्च निकाल आक्रोश व्यक्त किया गया। इस दौरान लोगों को बताया गया कि 14 अगस्त 1947 को बंटवारा के क्रम में लाखों हिंदुओं एवं सिखों का कत्लेआम किया गया और लाखों माता बहनों का कोख उजाड़ मांगसूनी कर दी गई। फिर उसी कहानी को दोहराते हुए बांग्लादेश में सनातनी हिंदुओं का नरसंहार करते हुए जुल्म और अत्याचार किया जा रहा है। हिंदुओं के मंदिर एवं घर को जलाया जा रहा है, बहू-बेटियों की अस्मत लूटी जा रही है।
सनातनी हिंदू इसे कभी बरदास्त नहीं करेंगे, हमे इसका बदला लेना होगा। इसको लेकर आक्रोशित हिंदुओं ने पाकिस्तान मुर्दाबाद बांग्लादेश मुर्दाबाद का गगनभेदी नारे लगाए। सनातनी हिंदुओं ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जब भारत का बंटवारा धर्म के आधार पर किया गया तब पाकिस्तान मुस्लिम राष्ट्र बना फिर भारत को सेकुलर राष्ट्र बनाना सरासर गलत है।
भारत को भी हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए और बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर जुल्म और अत्याचार के विरुद्ध भारत सरकार बांग्लादेश को भी दो टुकड़ा करके हिंदुओं के लिए अलग देश बनाने की पहल करें। बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार का भारत सरकार त्वरित बांग्लादेश पर कठोर सैन्य कार्रवाई करें।
आक्रोश मार्च का नेतृत्व संतोष दुबे, दयाशंकर तिवारी, भोला जी तिवारी, छोटू तिवारी, हलचल प्रसाद, नारद शाह, उप मुखिया उमाकांत तिवारी, पूर्णानंद मिश्रा, मोहन तिवारी, दुर्गा दत्त मिश्रा, राम प्रसाद गोंड, देवानंद चौरसिया, पिंटू शाह, अजीत केसरी, योगेंद्र तिवारी, अमित शाह, जीवित प्रसाद चौरसिया, नरेंद्र पांडेय सहित सैकड़ो लोग कैंडल आक्रोश मार्च में शामिल हुए।