सावन उत्सव की रंगारंग शुरुआत, लोक संस्कृति को संजीवनी देने का प्रयास
जन शिक्षण संस्थान बक्सर के डुमरांव केंद्र में सावन की शुरुआत पर शनिवार को पारंपरिक उल्लास और सांस्कृतिक समर्पण के साथ सावन उत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत केंद्र की ब्यूटीशियन प्रशिक्षिका रीना सिंह ने की, जिसमें छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

केटी न्यूज़/डुमरांव
जन शिक्षण संस्थान बक्सर के डुमरांव केंद्र में सावन की शुरुआत पर शनिवार को पारंपरिक उल्लास और सांस्कृतिक समर्पण के साथ सावन उत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत केंद्र की ब्यूटीशियन प्रशिक्षिका रीना सिंह ने की, जिसमें छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक मधु सिंह ने कहा कि जन शिक्षण संस्थान केवल व्यावसायिक प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संस्था सामाजिक जागरूकता, लोक संस्कृति के संरक्षण और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सावन उत्सव इसी कड़ी का एक हिस्सा है, जिसमें पारंपरिक झूला, मेहंदी, लोकगीतों और स्वच्छता से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पूरे सावन मास के दौरान जन शिक्षण संस्थान के विभिन्न केंद्रों पर क्षेत्रीय संस्कृति को प्रोत्साहित करने वाले आयोजन किए जाएंगे, जिनमें महिलाओं और युवतियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इन आयोजनों के माध्यम से न केवल पारंपरिक मूल्यों को सहेजा जाएगा, बल्कि पर्यावरण, स्वास्थ्य और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी जागरूकता फैलाई जाएगी।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद थीं, जिनमें नेहा कुमारी, निधि कुमारी, सुमन कुमारी, गुलियन गुल, गुलनाज, नीलू, नगमा, सोनम, पायल और श्रेया . पायल . चाँदनी सिंह . प्रिंसी . अभा. श्वेता . सिटी. स्नेहा. विणा . शिवानी . आभी. सिलू . रूपां . नंदनी. शामिल रहीं। छात्राओं ने लोकगीतों की प्रस्तुति दी और मेहंदी रचाकर सावन के स्वागत को यादगार बना दिया। इस कार्यक्रम ने सावन की शुरुआत को सांस्कृतिक उत्सव में बदल दिया, जिससे परंपरा और प्रशिक्षण का अद्भुत संगम दिखाई दिया।