सनातन सम्मान समारोह में चौसा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने पर चर्चा
महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे के आह्वान पर रविवार को च्यवन मुनि आश्रम स्थित महादेवा घाट पर सनातन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य चौसा के प्राचीन सनातनी गौरव को पुनः स्थापित करना और महर्षि च्यवन ऋषि तथा महादेवा घाट के धार्मिक महत्व को देशभर में पहचान दिलाना है।
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केटी न्यूज/बक्सर
महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे के आह्वान पर रविवार को च्यवन मुनि आश्रम स्थित महादेवा घाट पर सनातन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य चौसा के प्राचीन सनातनी गौरव को पुनः स्थापित करना और महर्षि च्यवन ऋषि तथा महादेवा घाट के धार्मिक महत्व को देशभर में पहचान दिलाना है।
इस समारोह में उपस्थित लोगों ने चौसा के धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह क्षेत्र आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। चौसा का महादेवा घाट विशेष धार्मिक महत्व रखता है, जहां पतित पावनी माँ गंगा उत्तरायणी प्रवाहित होती हैं। यह भूमि हजारों ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही है
और इसे सनातन संस्कृति के गौरवशाली इतिहास से जोड़ने की आवश्यकता है।राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने कहा कि महर्षि च्यवन जिन्होंने आयुर्वेद में महत्वपूर्ण योगदान दिया और च्यवनप्राश की खोज की, इसी पावन भूमि से जुड़े थे।
इस आयोजन के माध्यम से चौसा के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए विचार-विमर्श के साथ सम्मान समारोह किया गया।कार्यक्रम में अतिथि मुखिया पूनम ओझा विजय शंकर पांडे, अभिषेक, शाहाबाद संयोजक रविराज, रंगनाथ त्रिवेदी, उत्तम पटेल, पूर्व मुखिया ब्रिज बिहारी सिंह, कथावाचक अमित उपाध्याय, रामाश्रय यादव, मोहित बाबा, अशोक उपाध्याय आदि लोग शामिल थे।