विश्व विजेता टीम की हिस्सा, बक्सर की बेटी अनु को डीएम ने दी बधाई, जल्द करेंगे सम्मानित
भारतीय नेत्रहीन महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए पहला नेत्रहीन महिला टी-20 विश्व कप अपने नाम कर लिया। इस गौरवशाली उपलब्धि में बक्सर जिला के सिमरी प्रखंड के मुकुंदपुर गांव की बेटी अनु कुमारी का अद्वितीय योगदान रहा। अनु ने अपने शानदार खेल के दम पर भारत को जीत की राह दिखाई और देश ही नहीं, पूरे बक्सर का मान बढ़ाया।
केटी न्यूज/बक्सर
भारतीय नेत्रहीन महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए पहला नेत्रहीन महिला टी-20 विश्व कप अपने नाम कर लिया। इस गौरवशाली उपलब्धि में बक्सर जिला के सिमरी प्रखंड के मुकुंदपुर गांव की बेटी अनु कुमारी का अद्वितीय योगदान रहा। अनु ने अपने शानदार खेल के दम पर भारत को जीत की राह दिखाई और देश ही नहीं, पूरे बक्सर का मान बढ़ाया।नेपाल के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने 7 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। इस ऐतिहासिक पल के साथ ही अनु कुमारी का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया। उनके प्रदर्शन ने साबित कर दिया कि दृढ़ इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।

विश्व कप के बाद जैसे ही अनु की उपलब्धि की खबर बक्सर पहुंची, पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ गई। जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह ने स्वयं दूरभाष पर बात कर अनु को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डीएम ने कहा कि अनु ने न केवल देश का सम्मान बढ़ाया है, बल्कि बक्सर को अंतरराष्ट्रीय पहचान भी दिलाई है।वर्तमान में अनु कुमारी मुंबई में हैं, जहां टीम से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही हैं। उनके बक्सर लौटने के बाद जिला प्रशासन की ओर से उन्हें औपचारिक रूप से सम्मानित किया जाएगा।

डीएम ने स्पष्ट कहा कि “जिला प्रशासन अनु जैसी प्रतिभाओं का हमेशा सम्मान करता है और आगे भी उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।”इस जानकारी की पुष्टि वरीय उप समाहर्ता सह खेल उपाधीक्षक आलोक नारायण वत्स ने की। उन्होंने भी अनु को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अनु ने यह साबित कर दिया कि चुनौतियां चाहे जितनी भी बड़ी हों, जज्बा और लगन उससे भी बड़ा होता है। उनकी इस उपलब्धि ने देश और बक्सर दोनों का नाम ऊंचा किया है।

अनु कुमारी की इस अभूतपूर्व सफलता ने जिले की युवा पीढ़ी में नया उत्साह और प्रेरणा भर दी है। स्थानीय ग्रामीणों से लेकर खेल प्रेमियों तक, हर कोई इस विजयी पल का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस कर रहा है।भारत की यह विजय न केवल ट्रॉफी जीतने का अवसर है, बल्कि उन अनगिनत बेटियों के सपनों को भी नई उड़ान देती है जो विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी पहचान बनाने का जज्बा रखती हैं। बक्सर की अनु कुमारी ऐसी ही प्रेरणा का नाम बन चुकी हैं।
